आईटीआई वेल्डर ट्रेड पाठ्यक्रम
आईटीआई वेल्डर ट्रेड एक वर्षीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) द्वारा क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) के तहत संचालित किया जाता है। यह कोर्स व्यक्तियों को वेल्डिंग तकनीकों, सुरक्षा अभ्यासों और धातु निर्माण में प्रशिक्षित करता है ताकि वे विनिर्माण, निर्माण और ऑटोमोटिव जैसे उद्योगों में वेल्डर के रूप में करियर बना सकें। पाठ्यक्रम दो सेमेस्टर में विभाजित है, प्रत्येक छह महीने का, जिसमें सैद्धांतिक ज्ञान, व्यावहारिक कौशल और रोजगार योग्यता प्रशिक्षण शामिल है।
कोर्स का अवलोकन
- अवधि: 1 वर्ष (2 सेमेस्टर)
- पात्रता: न्यूनतम 8वीं कक्षा उत्तीर्ण (कुछ संस्थानों में 10वीं कक्षा विज्ञान और गणित के साथ आवश्यक)
- उद्देश्य: कुशल वेल्डर तैयार करना जो गैस और इलेक्ट्रिक वेल्डिंग में निपुण हों और औद्योगिक वेल्डिंग कार्यों को सटीकता और सुरक्षा के साथ कर सकें।
पाठ्यक्रम विवरण
1. ट्रेड सिद्धांत (सैद्धांतिक ज्ञान)
वेल्डिंग और संबंधित प्रक्रियाओं के सिद्धांतों और अवधारणाओं को कवर करता है।
सेमेस्टर 1
- वेल्डिंग का परिचय
- उद्योगों में वेल्डिंग का महत्व।
- वेल्डिंग के प्रकार: गैस, आर्क और रेसिस्टेंस वेल्डिंग।
- वेल्डर की भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ।
- वेल्डिंग उपकरण और औजार
- वेल्डिंग ट्रांसफार्मर, जनरेटर और रेक्टिफायर का निर्माण और कार्य।
- गैस वेल्डिंग उपकरण: रेगुलेटर, होज़, टॉर्च और नोजल।
- इलेक्ट्रोड: प्रकार, कार्य और कोडिंग (जैसे, AWS मानक)।
- सुरक्षा अभ्यास
- वेल्डिंग में व्यावसायिक खतरे (आग, बिजली का झटका, धुआँ)।
- व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE): वेल्डिंग हेलमेट, दस्ताने, एप्रन।
- आग की रोकथाम और जलन/चोटों के लिए प्राथमिक चिकित्सा।
- वेल्डिंग प्रक्रियाएँ
- ऑक्सी-एसिटिलीन वेल्डिंग और कटिंग: सिद्धांत और अनुप्रयोग।
- शील्डेड मेटल आर्क वेल्डिंग.ConcurrentHashMap (SMAW): मूलभूत और इलेक्ट्रोड चयन।
- धातु के गुण: फेरस और नॉन-फेरस धातुएँ, ऊष्मा का प्रभाव।
- मूल धातु विज्ञान
- धातुओं की वेल्डेबिलिटी: स्टील, एल्यूमिनियम, तांबा।
- वेल्डिंग का धातु संरचना पर प्रभाव (विकृति, तनाव)।
सेमेस्टर 2
- उन्नत वेल्डिंग तकनीक
- गैस मेटल आर्क वेल्डिंग (GMAW/MIG): उपकरण और प्रक्रिया।
- गैस टंगस्टन आर्क वेल्डिंग (GTAW/TIG): सिद्धांत और अनुप्रयोग।
- प्लाज्मा आर्क कटिंग और वेल्डिंग: तकनीक और सुरक्षा।
- वेल्ड दोष
- दोषों के प्रकार: छिद्रता, दरारें, अधूरी संलयन।
- वेल्ड दोषों के कारण और निवारण।
- वेल्डिंग पोजीशन
- फ्लैट, हॉरिजॉन्टल, वर्टिकल और ओवरहेड वेल्डिंग पोजीशन।
- मल्टी-पास वेल्डिंग की तकनीक।
- निरीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण
- वेल्ड का दृश्य निरीक्षण।
- गेज और गैर-विनाशकारी परीक्षण (NDT) की मूल बातें।
- औद्योगिक अनुप्रयोग
- निर्माण, पाइपलाइन और संरचनात्मक कार्य में वेल्डिंग।
- वेल्डिंग प्रतीकों और ब्लूप्रिंट को पढ़ना।
2. ट्रेड प्रैक्टिकल (हाथों से कौशल)
व्यावहारिक वेल्डिंग विशेषज्ञता विकसित करने पर ध्यान देता है।
सेमेस्टर 1
- मूल वेल्डिंग अभ्यास
- ऑक्सी-एसिटिलीन वेल्डिंग और कटिंग उपकरण सेट करना।
- माइल्ड स्टील प्लेटों पर सीधे कट और बेवल कट करना।
- गैस वेल्डिंग से बिना और filler rod के साथ बीड्स चलाना।
- आर्क वेल्डिंग कौशल
- SMAW का उपयोग करके आर्क शुरू करना और सीधे बीड्स जमा करना।
- फ्लैट पोजीशन में बट जॉइंट और लैप जॉइंट।
- माइल्ड स्टील प्लेटों पर फिलेट वेल्ड।
- सुरक्षा अभ्यास
- वेल्डिंग कार्यों के दौरान PPE का उचित उपयोग।
- गैस सिलेंडर और रेगुलेटर को सुरक्षित रूप से संभालना।
- आपातकालीन प्रक्रियाओं का अभ्यास (जैसे, आग बुझाना)।
- धातु तैयारी
- धातु सतहों की सफाई और किनारे की तैयारी।
- स्टील रूल, स्क्वायर और पंच का उपयोग करके माप और चिह्नित करना।
सेमेस्टर 2
- उन्नत वेल्डिंग अभ्यास
- MIG वेल्डिंग: माइल्ड स्टील पर बट, लैप और फिलेट जॉइंट।
- TIG वेल्डिंग: स्टेनलेस स्टील और एल्यूमिनियम की पतली चादरों पर फ्यूजन वेल्ड।
- पाइप वेल्डिंग: हॉरिजॉन्टल पोजीशन में सिंगल V-बट जॉइंट।
- कटिंग तकनीक
- विभिन्न धातुओं पर प्लाज्मा आर्क कटिंग।
- स्टील प्लेटों पर जटिल आकृतियों की प्रोफाइल कटिंग।
- वेल्ड परीक्षण
- विनाशकारी परीक्षण (जैसे, बेंड टेस्ट) के लिए नमूने तैयार करना।
- वेल्ड दोषों की पहचान और सुधार करना।
- प्रोजेक्ट कार्य
- वेल्डिंग तकनीकों का उपयोग करके छोटी संरचनाएँ (जैसे, फ्रेम, ग्रिल) बनाना।
- घिसे हुए धातु घटकों की मरम्मत करना।
3. वर्कशॉप गणना और विज्ञान
वेल्डिंग के लिए गणितीय और वैज्ञानिक आधार प्रदान करता है।
- माप और गणना
- वेल्डिंग से संबंधित लंबाई, क्षेत्रफल और आयतन की इकाइयाँ।
- इलेक्ट्रोड खपत और वेल्डिंग समय की गणना।
- ज्यामिति
- वेल्डिंग जोड़ों में कोण और आकृतियाँ (जैसे, V-ग्रूव, फिलेट)।
- वेल्ड पोजीशनिंग के लिए मूल त्रिकोणमिति।
- विज्ञान संकल्पनाएँ
- धातुओं पर ऊष्मा हस्तांतरण और इसके प्रभाव।
- वेल्डिंग में उपयोग होने वाली गैसों (ऑक्सीजन, एसिटिलीन) के गुण।
4. इंजीनियरिंग ड्राइंग
तकनीकी चित्रों की व्याख्या और निर्माण सिखाता है।
- मूल ड्राइंग कौशल
- ड्राइंग उपकरणों का उपयोग: स्केल, कंपास, प्रोट्रैक्टर।
- साधारण वस्तुओं के ऑर्थोग्राफिक प्रोजेक्शन।
- वेल्डिंग प्रतीक
- BIS/ISO मानकों के अनुसार वेल्डिंग प्रतीकों को समझना।
- वेल्ड जोड़ों (बट, फिलेट, लैप) की स्केचिंग।
- ब्लूप्रिंट रीडिंग
- वेल्डिंग कार्यों के लिए निर्माण चित्रों की व्याख्या।
- वेल्डेड असेंबली के सेक्शनल दृश्य बनाना।
5. रोजगार योग्यता कौशल
नौकरी के लिए तैयारी और सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ाता है।
- संचार कौशल
- कार्यस्थल पर सुपरवाइज़र और सहकर्मियों के साथ संचार।
- वेल्डिंग कार्यों पर मूल रिपोर्ट लिखना।
- कार्यस्थल कौशल
- औद्योगिक सेटिंग में समय प्रबंधन और टीमवर्क।
- स्व-रोजगार के लिए उद्यमिता की मूल बातें।
- आईटी साक्षरता
- दस्तावेज़ीकरण और ऑनलाइन संसाधनों के लिए कंप्यूटर का उपयोग।
- वेल्डिंग सिमुलेशन सॉफ्टवेयर का परिचय।
मूल्यांकन और प्रमाणन
- परीक्षाएँ: सेमेस्टर-वार सिद्धांत और प्रैक्टिकल घटकों के साथ आयोजित।
- प्रमाणन: सफल उम्मीदवारों को एनसीवीटी से नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (NTC) मिलता है, जो भारत भर में रोजगार और आगे की ट्रेनिंग के लिए मान्य है।
- मूल्यांकन: प्रैक्टिकल टेस्ट (जैसे, वेल्ड गुणवत्ता), सिद्धांत परीक्षा और प्रोजेक्ट मूल्यांकन शामिल।
करियर के अवसर
- विनिर्माण, निर्माण, जहाज निर्माण और ऑटोमोटिव उद्योगों में वेल्डर।
- अनुभव के साथ वेल्डिंग सुपरवाइज़र या निरीक्षक के अवसर।
- निर्माण कार्यशालाओं के माध्यम से स्व-रोजगार।
नोट्स
- यह पाठ्यक्रम नवीनतम एनसीवीटी दिशानिर्देशों के साथ संरेखित है और संस्थान या राज्य-विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकता है।
- सबसे अद्यतित संस्करण के लिए, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (DGT) वेबसाइट (dgt.gov.in) या अपने स्थानीय ITI का संदर्भ लें।
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