Computer Operator and Programming Assistant

आईटीआई कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट (COPA) ट्रेड पाठ्यक्रम

आईटीआई कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट (COPA) ट्रेड एक वर्षीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) द्वारा क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) के तहत संचालित होता है। यह कोर्स छात्रों को कंप्यूटर संचालन, ऑफिस सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन, डेटा एंट्री, और बेसिक प्रोग्रामिंग में प्रशिक्षित करता है, जिससे वे कंप्यूटर ऑपरेटर, डेटा एंट्री ऑपरेटर, और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट जैसे विभिन्न उद्योगों में भूमिकाओं के लिए तैयार हो सकें। पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक ज्ञान, प्रायोगिक कौशल, और रोजगार योग्यता प्रशिक्षण शामिल है, जो आधुनिक आईटी-सक्षम कार्यस्थलों की जरूरतों को पूरा करता है।

कोर्स का संक्षिप्त विवरण

  • अवधि: 1 वर्ष (2 सेमेस्टर, प्रत्येक 6 महीने)
  • एनएसक्यूएफ स्तर: स्तर 4
  • योग्यता: न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण (या समकक्ष)
  • उद्देश्य: कुशल पेशेवरों को विकसित करना जो कंप्यूटर संचालित कर सकें, ऑफिस सॉफ्टवेयर प्रबंधित कर सकें, डेटा एंट्री कार्य कर सकें, और प्रोग्रामिंग गतिविधियों में सहायता कर सकें।

विस्तृत पाठ्यक्रम विभाजन (हिंदी)

1. ट्रेड थ्योरी (सैद्धांतिक ज्ञान)

कंप्यूटर संचालन और प्रोग्रामिंग की मूलभूत अवधारणाओं को कवर करता है।

  • सेमेस्टर 1
    • कंप्यूटर का परिचय
      • कंप्यूटर का विकास और दैनिक जीवन व उद्योग में महत्व।
      • कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट की भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ।
      • बेसिक कंप्यूटर संगठन: हार्डवेयर (सीपीयू, मेमोरी, I/O डिवाइस) और सॉफ्टवेयर (सिस्टम, एप्लिकेशन)।
    • सुरक्षा अभ्यास
      • कार्यस्थल सुरक्षा: बिजली के खतरे, एर्गोनोमिक अभ्यास।
      • व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) का उपयोग जैसे एंटी-स्टैटिक रिस्टबैंड।
      • डेटा बैकअप और रिकवरी की मूल बातें डेटा हानि को रोकने के लिए।
    • ऑपरेटिंग सिस्टम
      • ऑपरेटिंग सिस्टम का परिचय: विंडोज, लिनक्स (बेसिक)।
      • फाइल प्रबंधन: फाइल/फोल्डर बनाना, नाम बदलना, हटाना।
      • सिस्टम उपयोगिताएँ: डिस्क क्लीनअप, डीफ्रैग्मेंटेशन, टास्क मैनेजर।
    • ऑफिस ऑटोमेशन टूल्स
      • वर्ड प्रोसेसिंग (जैसे, एमएस वर्ड): फॉर्मेटिंग, टेबल, मेल मर्ज।
      • स्प्रेडशीट (जैसे, एमएस एक्सेल): फॉर्मूले, चार्ट, डेटा विश्लेषण।
      • प्रेजेंटेशन (जैसे, एमएस पावरपॉइंट): स्लाइड बनाना, एनिमेशन, ट्रांज़िशन।
    • इंटरनेट और नेटवर्किंग मूल बातें
      • इंटरनेट की मूल बातें: ब्राउज़र, सर्च इंजन, ईमेल।
      • बेसिक नेटवर्किंग कॉन्सेप्ट्स: LAN, WAN, IP एड्रेसिंग।
      • क्लाउड स्टोरेज और ऑनलाइन सहयोग उपकरण (जैसे, गूगल ड्राइव)।
  • सेमेस्टर 2
    • एडवांस्ड ऑफिस एप्लिकेशन
      • डेटाबेस प्रबंधन (जैसे, एमएस एक्सेस): टेबल, क्वेरी, फॉर्म, रिपोर्ट।
      • एडवांस्ड एक्सेल: पिवट टेबल, मैक्रोज़, VLOOKUP/HLOOKUP।
      • डेस्कटॉप पब्लिशिंग मूल बातें (जैसे, एडोब पेजमेकर या समान टूल्स)।
    • प्रोग्रामिंग मूल बातें
      • प्रोग्रामिंग का परिचय: एल्गोरिदम, फ्लोचार्ट, स्यूडोकोड।
      • प्रोग्रामिंग भाषाएँ: C, C++, पायथन (मूल बातें) का अवलोकन।
      • वेरिएबल्स, डेटा टाइप्स, ऑपरेटर्स, और कंट्रोल स्ट्रक्चर्स (if-else, लूप्स)।
    • वेब टेक्नोलॉजीज
      • HTML: टैग्स, एTRIBUTES, बेसिक वेबपेज डिज़ाइन।
      • CSS: स्टाइलिंग, लेआउट, वेबपेज फॉर्मेटिंग।
      • जावास्क्रिप्ट का परिचय: इंटरैक्टिविटी के लिए बेसिक स्क्रिप्टिंग।
    • लेखा सॉफ्टवेयर
      • कम्प्यूटरीकृत लेखा की मूल बातें (जैसे, टैली): लेजर बनाना, वाउचर एंट्री, बैलेंस शीट।
      • इन्वेंट्री प्रबंधन और लेखा सॉफ्टवेयर में जीएसटी अवधारणाएँ।
    • उभरते रुझान
      • कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और इसके अनुप्रयोगों का अवलोकन।
      • साइबर सुरक्षा का परिचय: पासवर्ड प्रबंधन, एंटीवायरस उपयोग।
      • स्मार्टफोन पर मोबाइल ऐप उपयोग और ऑफिस ऑटोमेशन की मूल बातें।

2. ट्रेड प्रैक्टिकल (हाथों से कौशल)

कंप्यूटर संचालन और प्रोग्रामिंग कौशल के प्रायोगिक अनुप्रयोग पर केंद्रित।

  • सेमेस्टर 1
    • कंप्यूटर संचालन
      • कंप्यूटर सिस्टम को बूट करना और बंद करना।
      • विंडोज/लिनक्स में फाइल और फोल्डर प्रबंधन।
      • सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन इंस्टॉल और अनइंस्टॉल करना।
    • ऑफिस सॉफ्टवेयर अभ्यास
      • एमएस वर्ड में दस्तावेज़ बनाना और फॉर्मेट करना (जैसे, पत्र, रिज्यूमे)।
      • एमएस एक्सेल में फॉर्मूले और चार्ट के साथ स्प्रेडशीट डिज़ाइन करना।
      • एमएस पावरपॉइंट में एनिमेशन के साथ प्रेजेंटेशन तैयार करना।
    • डेटा एंट्री
      • टाइपिंग अभ्यास: गति और सटीकता में सुधार (अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाएँ)।
      • स्प्रेडशीट और फॉर्म में डेटा एंट्री।
      • कुशल संचालन के लिए शॉर्टकट और हॉटकीज़ का उपयोग।
    • इंटरनेट उपयोग
      • वेबसाइट ब्राउज़ करना, फाइल डाउनलोड करना, और बुकमार्क प्रबंधन।
      • अटैचमेंट के साथ ईमेल भेजना और प्राप्त करना।
      • फाइल शेयरिंग और बैकअप के लिए क्लाउड स्टोरेज का उपयोग।
  • सेमेस्टर 2
    • एडवांस्ड सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन
      • एमएस एक्सेस में डेटाबेस बनाना: टेबल डिज़ाइन करना, क्वेरी चलाना।
      • एक्सेल में मैक्रोज़ और एडवांस्ड फंक्शन्स का उपयोग करके कार्य स्वचालित करना।
      • डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर में साधारण लेआउट डिज़ाइन करना।
    • प्रोग्रामिंग अभ्यास
      • C/C++ में साधारण प्रोग्राम लिखना और चलाना (जैसे, योग, फैक्टोरियल)।
      • बेसिक पायथन प्रोग्राम विकसित करना (जैसे, कैलकुलेटर, लूप्स)।
      • प्रोग्राम में त्रुटियों के लिए डिबगिंग और टेस्टिंग।
    • वेब डेवलपमेंट
      • HTML और CSS का उपयोग करके स्थिर वेबपेज बनाना।
      • बेसिक जावास्क्रिप्ट के साथ वेबपेज में इंटरैक्टिविटी जोड़ना।
      • विभिन्न ब्राउज़रों पर वेबपेज टेस्ट करना।
    • लेखा सॉफ्टवेयर
      • टैली में कंपनी सेटअप करना और लेनदेन दर्ज करना।
      • लाभ/हानि विवरण और बैलेंस शीट जैसे रिपोर्ट उत्पन्न करना।
      • टैली में इन्वेंट्री और जीएसटी एंट्री प्रबंधन।
    • प्रोजेक्ट वर्क
      • एक छोटा एप्लिकेशन विकसित करना (जैसे, बिलिंग सिस्टम, वेबपेज)।
      • प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करना जिसमें दस्तावेज़ीकरण और स्क्रीनशॉट शामिल हों।

3. वर्कशॉप कैलकुलेशन और विज्ञान

कंप्यूटर से संबंधित कार्यों के लिए गणितीय और वैज्ञानिक सहायता प्रदान करता है।

  • सेमेस्टर 1
    • बेसिक अंकगणित: जोड़, घटाव, गुणा, भाग।
    • डेटा विश्लेषण के लिए प्रतिशत, औसत, और अनुपात।
    • डेटा स्टोरेज की इकाइयाँ: बिट्स, बाइट्स, KB, MB, GB, TB।
  • सेमेस्टर 2
    • प्रोग्रामिंग के लिए बाइनरी और डेसिमल संख्या प्रणाली।
    • प्रोग्रामिंग लॉजिक के लिए साधारण गणना (जैसे, लूप पुनरावृत्ति)।
    • लॉजिक गेट्स की मूल बातें और कंप्यूटिंग से संबंध।

4. इंजीनियरिंग ड्राइंग

प्रोग्रामिंग और सिस्टम डिज़ाइन के लिए फ्लोचार्टिंग और डायग्रामिंग सिखाता है।

  • सेमेस्टर 1
    • ड्राइंग टूल्स: रूलर, पेंसिल, टेम्पलेट्स।
    • फ्लोचार्ट के बेसिक प्रतीक: शुरू/रोक, प्रक्रिया, निर्णय।
    • ऑफिस कार्यों के लिए साधारण फ्लोचार्ट (जैसे, डेटा एंट्री प्रक्रिया)।
  • सेमेस्टर 2
    • प्रोग्रामिंग एल्गोरिदम के लिए जटिल फ्लोचार्ट।
    • कंप्यूटर सिस्टम और नेटवर्क लेआउट के लिए ब्लॉक डायग्राम।
    • प्रोग्राम लॉजिक का स्यूडोकोड प्रतिनिधित्व।

5. एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स

नौकरी की तैयारी और सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ाता है।

  • सेमेस्टर 1
    • संचार कौशल: कार्यस्थल में मौखिक और लिखित बातचीत।
    • ऑफिस कार्यों के लिए समय प्रबंधन और टीमवर्क।
    • बेसिक आईटी स्किल्स: एमएस ऑफिस, ईमेल शिष्टाचार।
  • सेमेस्टर 2
    • उद्यमिता की मूल बातें: डेटा एंट्री या आईटी सेवा व्यवसाय शुरू करना।
    • रिज्यूमे लेखन और साक्षात्कार कौशल।
    • एडवांस्ड आईटी स्किल्स: इंटरनेट रिसर्च, प्रोडक्टिविटी टूल्स का उपयोग।

मूल्यांकन और प्रमाणन

  • परीक्षाएँ: सेमेस्टर-वार आयोजित, जिसमें सैद्धांतिक और प्रायोगिक घटक शामिल हैं।
  • प्रमाणपत्र: सफल उम्मीदवारों को एनसीवीटी से नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी) प्रदान किया जाता है, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
  • मूल्यांकन: प्रैक्टिकल टेस्ट (जैसे, टाइपिंग, प्रोग्रामिंग), लिखित परीक्षा, और प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर।

करियर अवसर

  • रोजगार: कंप्यूटर ऑपरेटर, डेटा एंट्री ऑपरेटर, ऑफिस असिस्टेंट, प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, टैली ऑपरेटर।
  • स्व-रोजगार: डेटा एंट्री सेवा, साइबर कैफे, या छोटा आईटी सपोर्ट व्यवसाय शुरू करना।
  • आगे की पढ़ाई: कंप्यूटर एप्लिकेशन या आईटी से संबंधित डिप्लोमा कोर्स।

नोट

  • यह पाठ्यक्रम नवीनतम एनसीवीटी दिशानिर्देशों के साथ संरेखित है और संस्थागत या राज्य-विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकता है।
  • सबसे नवीनतम संस्करण के लिए, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीटी) की वेबसाइट (dgt.gov.in) देखें या अपने स्थानीय आईटीआई से संपर्क करें।