
आईटीआई ड्राफ्ट्समैन (सिविल) ट्रेड पाठ्यक्रम
आईटीआई "ड्राफ्ट्समैन (सिविल)" ट्रेड एक दो वर्षीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) द्वारा क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) के तहत संचालित होता है। यह कोर्स प्रशिक्षुओं को सिविल इंजीनियरिंग परियोजनाओं जैसे भवन, सड़क, पुल, और जल आपूर्ति प्रणालियों के लिए विस्तृत तकनीकी चित्र, योजनाएँ, और लेआउट बनाने की कौशल प्रदान करता है, जिसमें मैनुअल ड्राफ्टिंग तकनीक और कंप्यूटर-एडेड डिज़ाइन (CAD) सॉफ्टवेयर दोनों का उपयोग शामिल है। पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक ज्ञान, प्रायोगिक ड्राफ्टिंग कौशल, और रोजगार योग्यता प्रशिक्षण शामिल है, जो छात्रों को निर्माण और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में सिविल ड्राफ्ट्समैन, CAD ऑपरेटर, या सिविल इंजीनियरों के सहायक जैसे भूमिकाओं के लिए तैयार करता है।
कोर्स का संक्षिप्त विवरण
- अवधि: 2 वर्ष (4 सेमेस्टर, प्रत्येक 6 महीने)
- एनएसक्यूएफ स्तर: स्तर 5
- योग्यता: विज्ञान और गणित के साथ न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण (या समकक्ष)
- उद्देश्य: कुशल ड्राफ्ट्समैन तैयार करना जो सटीक सिविल इंजीनियरिंग चित्र बना सकें, विशिष्टताओं की व्याख्या कर सकें, और निर्माण परियोजनाओं की योजना और निष्पादन में सहायता कर सकें।
विस्तृत पाठ्यक्रम विभाजन
1. ट्रेड थ्योरी (सैद्धांतिक ज्ञान)
सिविल इंजीनियरिंग ड्राइंग और डिज़ाइन की मूलभूत अवधारणाओं को कवर करता है।
- सेमेस्टर 1
- ड्राफ्ट्समैनशिप का परिचय
- निर्माण परियोजनाओं में सिविल ड्राफ्ट्समैन की भूमिका और महत्व।
- चित्रों के प्रकार: आर्किटेक्चरल, स्ट्रक्चरल, वर्किंग ड्राइंग।
- सिविल इंजीनियरिंग परियोजनाओं का अवलोकन: भवन, सड़कें, बांध, पुल।
- ड्राइंग उपकरण और सामग्री
- ड्राइंग टूल्स का उपयोग: टी-स्क्वायर, सेट स्क्वायर, कम्पास, प्रोट्रैक्टर, ड्राफ्टिंग बोर्ड।
- ड्राइंग शीट, स्केल, और मानक कागज़ आकार (A0 से A4)।
- रेखाओं के प्रकार, लेटरिंग, और डायमेंशनिंग तकनीक।
- बेसिक ज्यामिति और निर्माण
- ज्यामितीय आकृतियाँ: त्रिकोण, चतुर्भुज, वृत्त, बहुभुज।
- कोण, लंबवत, और समानांतर रेखाओं का निर्माण।
- स्केल ड्राइंग और अनुपात तकनीक।
- निर्माण सामग्री
- सामग्रियों के गुण और उपयोग: ईंट, सीमेंट, कंक्रीट, स्टील, लकड़ी।
- चित्रों में सामग्रियों के लिए प्रतीक और संकेत।
- ड्राफ्ट्समैनशिप का परिचय
- सेमेस्टर 2
- भवन निर्माण की मूल बातें
- भवनों के प्रकार: आवासीय, वाणिज्यिक, औद्योगिक।
- घटक: नींव, दीवारें, फर्श, छत, दरवाजे, खिड़कियाँ।
- चिनाई: ईंट का काम, पत्थर का काम, बांड, और जोड़।
- ऑर्थोग्राफिक प्रोजेक्शन
- ऑर्थोग्राफिक प्रोजेक्शन के सिद्धांत: प्रथम-कोण और तृतीय-कोण प्रोजेक्शन।
- साधारण वस्तुओं के प्लान, एलिवेशन, और सेक्शन बनाना।
- सेक्शनल दृश्य और हैचिंग तकनीक।
- सर्वेक्षण की मूल बातें
- सर्वेक्षण का परिचय: चेन, कम्पास, लेवलिंग।
- सर्वे डेटा को प्लान और नक्शों में प्लॉट करना।
- कंटूर और चित्रों में उनकी प्रस्तुति।
- भवन निर्माण की मूल बातें
- सेमेस्टर 3
- स्ट्रक्चरल ड्राइंग
- सुदृढीकरण विवरण: RCC बीम, कॉलम, स्लैब, फुटिंग।
- स्टील संरचनाएँ: बीम, ट्रस, कनेक्शन (बोल्टेड, वेल्डेड)।
- ड्राइंग शेड्यूल: बार बेंडिंग शेड्यूल, सामग्री सूची।
- सड़कें और पुल
- सड़कों के प्रकार: ग्रामीण, शहरी, हाईवे; क्रॉस-सेक्शन और संरेखण।
- पुल के घटक: पियर्स, एबटमेंट, सुपरस्ट्रक्चर।
- जल निकासी प्रणाली: कल्वर्ट, स्टॉर्मवाटर ड्रेन।
- CAD का परिचय
- कंप्यूटर-एडेड डिज़ाइन (CAD) की मूल बातें: ऑटोकैड इंटरफेस, कमांड।
- 2D ड्राफ्टिंग: रेखाएँ, वृत्त, बहुभुज बनाना, संपादन उपकरण।
- लेयर, ब्लॉक, और CAD में डायमेंशनिंग।
- स्ट्रक्चरल ड्राइंग
- सेमेस्टर 4
- एडवांस्ड CAD अनुप्रयोग
- 3D मॉडलिंग की मूल बातें: एक्सट्रूड, रिवॉल्व, रेंडरिंग।
- CAD चित्रों को स्केल के साथ प्लॉटिंग और प्रिंटिंग।
- मैनुअल चित्रों को डिजिटल प्रारूप में बदलना।
- जल आपूर्ति और सेनेटरी इंजीनियरिंग
- जल आपूर्ति के लिए लेआउट: पाइपलाइन, वाल्व, जलाशय।
- सेनेटरी सिस्टम: सीवर लाइन, मैनहोल, सेप्टिक टैंक।
- प्लंबिंग चित्रों के लिए प्रतीक और संकेत।
- अनुमान और लागत
- अनुमान की मूल बातें: प्रकार (विस्तृत, अनुमानित), माप की इकाइयाँ।
- मात्रा निकालने के लिए चित्र पढ़ना (मिट्टी का काम, कंक्रीट, स्टील)।
- बिल ऑफ क्वांटिटी (BOQ) तैयार करना।
- उभरते रुझान
- बिल्डिंग इंफॉर्मेशन मॉडलिंग (BIM) का परिचय।
- सिविल ड्राइंग में GIS (भौगोलिक सूचना प्रणाली) का उपयोग।
- एडवांस्ड CAD अनुप्रयोग
2. ट्रेड प्रैक्टिकल (हाथों से कौशल)
प्रायोगिक ड्राफ्टिंग और डिज़ाइन कौशल पर केंद्रित।
- सेमेस्टर 1
- मैनुअल ड्राफ्टिंग की मूल बातें
- ड्राइंग शीट सेट करना और उपकरणों का उपयोग।
- रेखाएँ, कोण, और ज्यामितीय आकृतियाँ सटीकता से बनाना।
- लेटरिंग अभ्यास: फ्रीहैंड और स्टेंसिल के साथ।
- साधारण चित्र
- छोटी वस्तुओं (जैसे, ब्लॉक, उपकरण) के प्लान और एलिवेशन बनाना।
- स्केल बनाना और चित्रों में डायमेंशनिंग।
- निर्माण सामग्री प्रतीक
- ईंट, कंक्रीट, और स्टील जैसी सामग्रियों को चित्रों में प्रस्तुत करना।
- मैनुअल ड्राफ्टिंग की मूल बातें
- सेमेस्टर 2
- भवन योजनाएँ
- एक कमरे के भवन के प्लान, एलिवेशन, और सेक्शन बनाना।
- दरवाजे, खिड़कियाँ, और साधारण नींव का विवरण।
- दीवारों और छतों के सेक्शनल दृश्य हैचिंग के साथ।
- सर्वेक्षण अभ्यास
- सर्वे माप (चेन और कम्पास सर्वे) को प्लॉट करना।
- दिए गए डेटा से कंटूर नक्शे बनाना।
- स्टील ट्रस और कनेक्शन विवरण बनाना।
- बार बेंडिंग शेड्यूल बनाना।
- सड़क और पुल योजनाएँ
- सड़क क्रॉस-सेक्शन और संरेखण बनाना।
- भवन योजनाएँ
- सेमेस्टर 3
- स्ट्रक्चरल चित्र
- RCC बीम, स्लैब, और कॉलम के लिए सुदृढीकरण चित्र तैयार करना।
- पुल के एलिवेशन और सेक्शनल दृश्य तैयार करना।
- CAD मूल बातें
- ऑटोकैड में 2D चित्र बनाना (जैसे, भवन योजनाएँ)।
- कुशल ड्राफ्टिंग के लिए लेयर और ब्लॉक का उपयोग।
- स्ट्रक्चरल चित्र
- सेमेस्टर 4
- एडवांस्ड CAD अभ्यास
- साधारण संरचनाओं (जैसे, कमरे, बीम) के 3D मॉडल डिज़ाइन करना।
- टाइटल ब्लॉक और स्केल के साथ CAD चित्र प्लॉट करना।
- हाथ से बनाए गए प्लान को CAD प्रारूप में बदलना।
- जल आपूर्ति और सेनेटरी चित्र
- जल आपूर्ति और सीवरेज सिस्टम के लिए लेआउट बनाना।
- प्लंबिंग फिक्स्चर और फिटिंग का विवरण।
- प्रोजेक्ट वर्क
- एक छोटे भवन के लिए चित्रों का पूरा सेट तैयार करना (प्लान, एलिवेशन, सेक्शन)।
- चित्रों से मात्रा अनुमान और BOQ तैयार करना।
- एडवांस्ड CAD अभ्यास
3. वर्कशॉप कैलकुलेशन और विज्ञान
ड्राफ्टिंग कार्यों के लिए गणितीय और वैज्ञानिक सहायता प्रदान करता है।
- सेमेस्टर 1 और 2
- बेसिक अंकगणित: माप के लिए भिन्न, दशमलव, प्रतिशत।
- ज्यामिति: क्षेत्रफल, परिधि, आयतन (आयत, वृत्त, घन)।
- त्रिकोणमिति: कोण और ढलानों के लिए साइन, कोसाइन, टैंगेंट।
- सेमेस्टर 3 और 4
- क्षेत्रमिति: जटिल संरचनाओं के क्षेत्रफल और आयतन की गणना।
- सामग्री की मजबूती: तनाव, खिंचाव, और भार गणना की मूल बातें।
- इकाइयों का रूपांतरण: मीट्रिक से इंपीरियल और इसके विपरीत।
4. इंजीनियरिंग ड्राइंग
ट्रेड का मुख्य फोकस, सभी सेमेस्टर में एकीकृत।
- सेमेस्टर 1: फ्रीहैंड स्केचिंग, ज्यामितीय निर्माण, बेसिक ऑर्थोग्राफिक प्रोजेक्शन।
- सेमेस्टर 2: विस्तृत भवन योजनाएँ, सेक्शनल दृश्य, आइसोमेट्रिक चित्र।
- सेमेस्टर 3: स्ट्रक्चरल डिटेलिंग, सुदृढीकरण चित्र, सड़क/पुल लेआउट।
- सेमेस्टर 4: एडवांस्ड CAD चित्र, 3D मॉडलिंग, प्लंबिंग, और सेनेटरी लेआउट।
5. एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स
नौकरी की तैयारी और सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ाता है।
- सेमेस्टर 1 और 2
- संचार कौशल: तकनीकी रिपोर्ट लेखन, इंजीनियरों के साथ बातचीत।
- ड्राफ्टिंग परियोजनाओं में समय प्रबंधन और टीमवर्क।
- बेसिक आईटी स्किल्स: दस्तावेज़ीकरण के लिए एमएस ऑफिस।
- सेमेस्टर 3 और 4
- उद्यमिता: ड्राफ्टिंग सेवा या परामर्श शुरू करना।
- रिज्यूमे लेखन और साक्षात्कार की तैयारी।
- एडवांस्ड आईटी स्किल्स: CAD सॉफ्टवेयर, मानकों के लिए इंटरनेट रिसर्च।
मूल्यांकन और प्रमाणन
- परीक्षाएँ: सेमेस्टर-वार आयोजित, जिसमें सैद्धांतिक और प्रायोगिक घटक शामिल हैं।
- प्रमाणपत्र: सफल उम्मीदवारों को एनसीवीटी से नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी) प्रदान किया जाता है, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
- मूल्यांकन: ड्राफ्टिंग सटीकता, प्रैक्टिकल प्रोजेक्ट, लिखित परीक्षा, और अनुमान कार्यों के आधार पर।
करियर अवसर
- रोजगार: सिविल ड्राफ्ट्समैन, CAD ऑपरेटर, साइट सुपरवाइज़र सहायक, निर्माण फर्मों में जूनियर डिज़ाइनर।
- स्व-रोजगार: फ्रीलांस ड्राफ्टिंग सेवाएँ, छोटी परियोजनाओं के लिए परामर्श।
- आगे की पढ़ाई: सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (लेटरल एंट्री), एडवांस्ड CAD/BIM कोर्स।
नोट
- यह पाठ्यक्रम नवीनतम एनसीवीटी दिशानिर्देशों के साथ संरेखित है और संस्थागत या राज्य-विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकता है।
- सबसे नवीनतम संस्करण के लिए, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीटी) की वेबसाइट (dgt.gov.in) देखें या अपने स्थानीय आईटीआई से संपर्क करें।
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