अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण योजना: ट्रेड अकाउंटेंट पाठ्यक्रम (हिंदी में) यह पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिकाऊ उमेदवारी प्रोत्साहन योजना (NAPS) के तहत ट्रेड अकाउंटेंट के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह प्रशिक्षण लेखांकन, बहीखाता, कराधान, और कार्यालय प्रबंधन में कौशल प्रदान करता है, जो उद्योगों में वित्तीय कार्यों के लिए आवश्यक हैं। प्रशिक्षण अवधि आमतौर पर 1 वर्ष है, जिसमें मूल प्रशिक्षण (Basic Training) और कार्यस्थल पर प्रशिक्षण (On-the-Job Training) शामिल है। पाठ्यक्रम का विवरण 1. मूल प्रशिक्षण (Basic Training) अवधि: 3-6 महीने (संस्था या नियोक्ता द्वारा निर्धारित)माध्यम: औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) या नियोक्ता द्वारा स्थापित प्रशिक्षण केंद्रउद्देश्य: लेखांकन के मूल सिद्धांतों और सॉफ्टवेयर के उपयोग की आधारभूत समझ प्रदान करना। विषय: लेखांकन का परिचय: लेखांकन की परिभाषा, उद्देश्य, और महत्व। लेखांकन के प्रकार: वित्तीय लेखांकन, प्रबंधकीय लेखांकन, लागत लेखांकन। लेखांकन सिद्धांत और अवधारणाएँ (GAAP, accrual basis, consistency)। बहीखाता (Bookkeeping): डबल एंट्री सिस्टम: डेबिट और क्रेडिट का सिद्धांत। जर्नल प्रविष्टियाँ, लेजर खाता, और ट्रायल बैलेंस। सहायक पुस्तकें: नकद पुस्तक, खरीद पुस्तक, बिक्री पुस्तक। वित्तीय विवरण: लाभ-हानि खाता (Profit & Loss Account)। तुलन पत्र (Balance Sheet)। नकदी प्रवाह विवरण (Cash Flow Statement)। कराधान का आधार: वस्तु और सेवा कर (GST): परिचय, पंजीकरण, और रिटर्न दाखिल करना। आयकर: स्लैब, कटौती, और टीडीएस की मूल बातें। लेखांकन सॉफ्टवेयर: टैली (Tally ERP 9 या नवीनतम संस्करण): खाता निर्माण, लेनदेन रिकॉर्डिंग, और रिपोर्ट जनरेशन। एमएस एक्सेल: लेखांकन कार्यों के लिए स्प्रेडशीट का उपयोग (VLOOKUP, Pivot Tables)। कार्यालय प्रबंधन: कार्यालय संचार: ईमेल, पत्र लेखन, और दस्तावेज़ प्रबंधन। समय प्रबंधन और कार्य प्राथमिकता। मूल्यांकन: लिखित परीक्षा: लेखांकन सिद्धांत और गणना। प्रैक्टिकल टेस्ट: टैली और एमएस एक्सेल में डेटा प्रविष्टि और रिपोर्ट तैयार करना। 2. कार्यस्थल पर प्रशिक्षण (On-the-Job Training - OJT) अवधि: 6-9 महीनेमाध्यम: नियोक्ता के कार्यस्थल परउद्देश्य: वास्तविक व्यावसायिक परिदृश्यों में लेखांकन कौशल लागू करना। कार्य: बहीखाता और रिकॉर्ड रखरखाव: दैनिक लेनदेन रिकॉर्ड करना (खरीद, बिक्री, भुगतान)। बैंक समाधान (Bank Reconciliation)। क्रेडिटर्स और डेब्टर्स के खातों का प्रबंधन। वित्तीय रिपोर्टिंग: मासिक/तिमाही वित्तीय विवरण तैयार करना। बज NafNafट विश्लेषण और विचलन रिपोर्ट। कराधान और अनुपालन: GST रिटर्न दाखिल करने में सहायता। टीडीएस गणना और भुगतान प्रक्रिया। लेखापरीक्षा (Audit) के लिए दस्तावेज़ तैयार करना। लेखांकन सॉफ्टवेयर का उपयोग: टैली में लेनदेन दर्ज करना और रिपोर्ट उत्पन्न करना। क्विकबुक (QuickBooks) या अन्य सॉफ्टवेयर (नियोक्ता के आधार पर)। कार्यालय सहायता: चालान (Invoice) और भुगतान प्रसंस्करण। वेतन पत्र (Payroll) प्रबंधन में सहायता। नैतिकता और गोपनीयता: वित्तीय डेटा की गोपनीयता बनाए रखना। पेशेवर आचरण और कार्यस्थल नीतियाँ। मूल्यांकन: कार्य प्रदर्शन: नियोक्ता द्वारा दैनिक कार्यों का मूल्यांकन। प्रोजेक्ट: एक तिमाही वित्तीय रिपोर्ट या GST रिटर्न प्रस्तुत करना। उपस्थिति: प्रशिक्षण अवधि में न्यूनतम उपस्थिति (80%)। 3. संबंधित निर्देश (Related Instructions) अवधि: OJT के साथ समन्वितउद्देश्य: सैद्धांतिक ज्ञान को मजबूत करना और उद्योग मानकों से जोड़ना। विषय: लेखांकन मानक: भारतीय लेखांकन मानक (Ind AS) का परिचय। अंतरराष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग मानक (IFRS) की मूल बातें। वित्तीय प्रबंधन: कार्यशील पूंजी प्रबंधन। लागत नियंत्रण और बजटिंग। कानूनी ढांचा: कंपनी अधिनियम, 2013: लेखांकन से संबंधित प्रावधान। श्रम कानून: वेतन और भत्तों से संबंधित नियम। सॉफ्ट स्किल्स: संचार: ग्राहकों और सहकर्मियों के साथ प्रभावी संवाद। समस्या समाधान: लेखांकन विसंगतियों का समाधान। उद्योग-विशिष्ट ज्ञान: नियोक्ता के क्षेत्र (उदाहरण: विनिर्माण, सेवा, गैर-लाभकारी) के लिए लेखांकन प्रथाएँ। डिजिटल लेखांकन: क्लाउड-आधारित सॉफ्टवेयर (जैसे Zoho Books)। मूल्यांकन: लिखित टेस्ट: लेखांकन मानकों और कानूनी ढांचे पर। प्रस्तुति: लेखांकन प्रक्रिया या सॉफ्टवेयर उपयोग पर। 4. अखिल भारतीय ट्रेड टेस्ट (All India Trade Test - AITT) प्रवेश: प्रशिक्षण अवधि पूरी करने और न्यूनतम उपस्थिति के बाद। प्रारूप: लिखित परीक्षा: लेखांकन सिद्धांत, कराधान, और सॉफ्टवेयर (वस्तुनिष्ठ और वर्णनात्मक प्रश्न)। प्रैक्टिकल टेस्ट: टैली में वित्तीय विवरण तैयार करना, GST रिटर्न दाखिल करना। आयोजक: राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (NCVT)। परिणाम: उत्तीर्ण उम्मीदवारों को राष्ट्रीय शिकाऊ प्रमाणपत्र (National Apprenticeship Certificate - NAC) प्रदान किया जाता है, जो सरकारी और निजी क्षेत्र में मान्य है। 5. प्रशिक्षण के अन्य पहलू विद्यावेतन (Stipend): न्यूनतम दरें NAPS दिशानिर्देशों के अनुसार (लगभग ₹8,000-₹12,000 प्रति माह, नियोक्ता पर निर्भर)। पहले वर्ष के बाद 10% और तीसरे वर्ष में 15% वृद्धि (यदि लागू हो)। 50% विद्यावेतन सरकार द्वारा नियोक्ता को प्रतिपूर्ति किया जाता है। प्रशिक्षण सुविधाएँ: नियोक्ता को प्रशिक्षण बुनियादी ढांचा (कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर, लेखांकन रिकॉर्ड) प्रदान करना होगा। मूल प्रशिक्षण ITI या नियोक्ता के प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित हो सकता है। प्रमाणन: NAC प्रमाणपत्र रोजगार कार्यालयों में मान्य रोजगार अनुभव के रूप में पंजीकृत किया जा सकता है। रोजगार की गारंटी: प्रशिक्षण के बाद रोजगार की कोई गारंटी नहीं है, लेकिन NAC धारकों को सरकारी/अर्ध-सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिलती है। 6. पाठ्यक्रम के उद्देश्य लेखांकन कार्यों जैसे बहीखाता, वित्तीय रिपोर्टिंग, और कराधान में दक्षता। टैली, क्विकबुक, और एमएस एक्सेल जैसे सॉफ्टवेयर में निपुणता। उद्योग-विशिष्ट लेखांकन प्रथाओं और कानूनी अनुपालन की समझ। कार्यस्थल पर पेशेवर नैतिकता और संचार कौशल का विकास। 7. नोट्स शैक्षिक योग्यता: न्यूनतम 12वीं पास (वाणिज्य स्ट्रीम वांछनीय) या समकक्ष। कुछ नियोक्ता स्नातक (B.Com) को प्राथमिकता दे सकते हैं। आयु: 14 वर्ष से अधिक, कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं। पंजीकरण: उम्मीदवारों को https://www.apprenticeshipindia.gov.in पर पंजीकरण करना होगा। प्रशिक्षण स्थान: नियोक्ता की सुविधा के आधार पर, 2.5% से 10% कर्मचारियों को प्रशिक्षु के रूप में नियुक्त करना अनिवार्य है। संसाधन: पाठ्यक्रम सामग्री और परीक्षा पैटर्न के लिए, NCVT पोर्टल और apprenticeshipindia.gov.in पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें।
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