
आईटीआई मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव ट्रेड पाठ्यक्रम
आईटीआई मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव ट्रेड एक वर्षीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) द्वारा क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) के तहत संचालित होता है। यह कोर्स प्रशिक्षुओं को बाजार अनुसंधान, बिक्री, विज्ञापन, ग्राहक संबंध प्रबंधन, और डिजिटल मार्केटिंग में कौशल प्रदान करता है ताकि उत्पादों और सेवाओं का प्रभावी प्रचार किया जा सके। पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक ज्ञान, प्रायोगिक मार्केटिंग कौशल, और रोजगार योग्यता कौशल शामिल हैं, जो छात्रों को रिटेल, FMCG, रियल एस्टेट, या IT जैसे उद्योगों में मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव, बिक्री समन्वयक, या डिजिटल मार्केटिंग सहायक, या स्व-रोजगार मार्केटिंग सलाहकारों के रूप में भूमिकाओं के लिए तैयार करता है।
कोर्स का संक्षिप्त विवरण
- अवधि: 1 वर्ष (2 सेमेस्टर, प्रत्येक 6 महीने)
- एनएसक्यूएफ स्तर: स्तर 4
- योग्यता: न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण (या समकक्ष)
- उद्देश्य: मार्केटिंग रणनीतियों, बिक्री, और ग्राहक सहभागिता में प्रशिक्षण देना ताकि व्यवसाय वृद्धि और ब्रांड जागरूकता बढ़े।
विस्तृत पाठ्यक्रम विभाजन
1. ट्रेड थ्योरी (सैद्धांतिक ज्ञान)
मार्केटिंग, बिक्री, और व्यवसाय संचार के सिद्धांतों को कवर करता है।
- सेमेस्टर 1
- मार्केटिंग का परिचय
- अवलोकन: परिभाषा, महत्व, व्यवसाय में मार्केटिंग का दायरा।
- मार्केटिंग अवधारणाएँ: उत्पाद, मूल्य, स्थान, प्रचार (4Ps)।
- उद्योग अवलोकन: मार्केटिंग, बिक्री, विज्ञापन में करियर भूमिकाएँ।
- बाजार अनुसंधान
- अनुसंधान विधियाँ: सर्वेक्षण, फोकस समूह, डेटा संग्रह।
- उपभोक्ता व्यवहार: खरीदारी पैटर्न, निर्णय लेने की प्रक्रियाएँ।
- बाजार विभाजन: जनसांख्यिकी, मनोविज्ञान, भूगोल को लक्ष्य करना।
- बिक्री तकनीकें
- बिक्री प्रक्रिया: लीड जनरेशन, पिचिंग, सौदे बंद करना।
- बिक्री के प्रकार: B2B, B2C, प्रत्यक्ष, परामर्शदात्री बिक्री।
- बातचीत कौशल: आपत्तियों का समाधान, मूल्य चर्चा।
- विज्ञापन और प्रचार
- विज्ञापन: प्रिंट, टीवी, रेडियो, आउटडोर मीडिया, बजट।
- बिक्री प्रचार: छूट, कूपन, वफादारी कार्यक्रम।
- जनसंपर्क: प्रेस विज्ञप्ति, इवेंट प्रायोजन, ब्रांड छवि।
- ग्राहक संबंध प्रबंधन (CRM)
- CRM मूल बातें: विश्वास निर्माण, ग्राहक प्रतिधारण, फीडबैक लूप।
- उपकरण: CRM सॉफ्टवेयर, ग्राहक डेटाबेस, वफादारी ट्रैकिंग।
- शिकायत प्रबंधन: मुद्दों का समाधान, सद्भावना बनाए रखना।
- व्यवसाय संचार
- लिखित संचार: ईमेल, प्रस्ताव, रिपोर्ट।
- मौखिक संचार: प्रस्तुतियाँ, ग्राहक मीटिंग, टेलीमार्केटिंग।
- पेशेवर शिष्टाचार: पोशाक, समयबद्धता, ग्राहक संवाद।
- मार्केटिंग का परिचय
- सेमेस्टर 2
- डिजिटल मार्केटिंग
- अवलोकन: महत्व, चैनल (SEO, SEM, सोशल मीडिया, ईमेल)।
- सोशल मीडिया मार्केटिंग: मंच (Facebook, Instagram, LinkedIn), सामग्री निर्माण।
- विश्लेषण: Google Analytics, अभियान ट्रैकिंग, ROI माप।
- ब्रांड प्रबंधन
- ब्रांडिंग: पहचान, स्थिति, लोगो डिज़ाइन, ब्रांड इक्विटी।
- ब्रांड रणनीतियाँ: भेदभाव, ब्रांड विस्तार, सह-ब्रांडिंग।
- संकट प्रबंधन: नकारात्मक प्रचार संभालना, विश्वास पुनर्निर्माण।
- रिटेल और वितरण
- रिटेल मार्केटिंग: स्टोर में प्रचार, मर्चेंडाइजिंग, दृश्य प्रदर्शन।
- वितरण चैनल: थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता, ई-कॉमर्स।
- आपूर्ति श्रृंखला मूल बातें: लॉजिस्टिक्स, इन्वेंट्री प्रबंधन।
- मार्केटिंग रणनीति
- नियोजन: SWOT विश्लेषण, उद्देश्य निर्धारण, बजट।
- अभियान: मार्केटिंग अभियानों की डिज़ाइन, निष्पादन, मूल्यांकन।
- प्रतिस्पर्धी विश्लेषण: बेंचमार्किंग, बाजार अंतराल पहचान।
- नैतिकता और नियम
- नैतिक मार्केटिंग: भ्रामक विज्ञापनों से बचना, गोपनीयता सम्मान।
- नियम: उपभोक्ता संरक्षण कानून, विज्ञापन मानक (ASCI)।
- स्थिरता: हरित मार्केटिंग, सामाजिक जिम्मेदारी।
- पेशेवर कौशल
- उद्यमिता: मार्केटिंग एजेंसी या परामर्श शुरू करना।
- उद्योग रुझान: मार्केटिंग में AI, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग, ओमनीचैनल रणनीतियाँ।
- नेतृत्व: टीम प्रबंधन, बिक्री, रचनात्मक विभागों के साथ समन्वय।
- डिजिटल मार्केटिंग
2. ट्रेड प्रैक्टिकल (हाथों से कौशल)
नकली व्यवसाय परिदृश्यों में प्रायोगिक मार्केटिंग कार्यों पर केंद्रित।
- सेमेस्टर 1
- बाजार अनुसंधान अभ्यास
- सर्वेक्षण आयोजन: प्रश्नावली डिज़ाइन, प्रतिक्रियाएँ एकत्र करना।
- डेटा विश्लेषण: Excel उपयोग, उपभोक्ता व्यवहार रिपोर्ट तैयार करना।
- निष्कर्ष प्रस्तुति: मॉक मीटिंग में चार्ट बनाना, अंतर्दृष्टि साझा करना।
- बिक्री अभ्यास
- रोल-प्लेइंग: B2B/B2C बिक्री पिच, कोल्ड कॉलिंग अनुकरण।
- बातचीत: लैब में सौदे बंद करना, आपत्तियाँ संभालना।
- बिक्री ट्रैकिंग: मॉक CRM उपकरणों में लीड, रूपांतरण लॉगिंग।
- विज्ञापन अभ्यास
- विज्ञापन डिज़ाइन: Canva, Photoshop उपयोग से पोस्टर, ब्रोशर बनाना।
- अभियान नियोजन: प्रिंट, रेडियो विज्ञापनों के लिए बजट अनुकरण।
- प्रचार: मॉक इवेंट आयोजन, फ्लायर वितरण।
- ग्राहक संवाद
- ग्राहक मीटिंग: रोल-प्ले में अभिवादन, उत्पाद समझाना।
- शिकायत प्रबंधन: मॉक कॉल सेंटर में मुद्दों का समाधान।
- फॉलो-अप: अनुकरण में कॉल शेड्यूल करना, ईमेल भेजना।
- संचार कौशल
- लेखन: ईमेल, प्रस्ताव, सोशल मीडिया पोस्ट ड्राफ्टिंग।
- प्रस्तुति: लैब में उत्पाद पिच, अभियान योजना प्रस्तुत करना।
- टेलीमार्केटिंग: स्क्रिप्ट अभ्यास, अस्वीकृति संभालना।
- प्रोजेक्ट कार्य
- बाजार सर्वेक्षण: लक्षित क्षेत्र में उत्पाद मांग अनुसंधान।
- रिपोर्ट: निष्कर्ष दस्तावेजीकरण, मार्केटिंग रणनीतियाँ सुझाना।
- बाजार अनुसंधान अभ्यास
- सेमेस्टर 2
- डिजिटल मार्केटिंग अभ्यास
- सोशल मीडिया: लैब में Instagram, LinkedIn के लिए पोस्ट, विज्ञापन बनाना।
- SEO/SEM: मॉक वेबसाइट ऑप्टिमाइज़ेशन, Google Ads अभियान चलाना।
- विश्लेषण: मॉक उपकरणों से मेट्रिक्स (क्लिक, इंप्रेशन) ट्रैकिंग।
- ब्रांड प्रबंधन अभ्यास
- डिज़ाइन: मॉक ब्रांडों के लिए लोगो, टैगलाइन बनाना।
- अभियान: ब्रांड लॉन्च इवेंट, प्रचार नियोजन अनुकरण।
- संकट प्रबंधन: मॉक PR मुद्दों के लिए प्रतिक्रियाएँ ड्राफ्टिंग।
- रिटेल मार्केटिंग
- मर्चेंडाइजिंग: मॉक स्टोर डिस्प्ले, दृश्य सेटअप व्यवस्थित करना।
- प्रचार: लैब में स्टोर छूट, वफादारी योजनाएँ नियोजन।
- ई-कॉमर्स: मॉक ऑनलाइन मंचों पर उत्पाद लिस्टिंग।
- अभियान निष्पादन
- नियोजन: मॉक मार्केटिंग अभियान डिज़ाइन (बजट, समयरेखा)।
- निष्पादन: सामग्री बनाना, पोस्ट शेड्यूल करना, लॉन्च अनुकरण।
- मूल्यांकन: अभियान सफलता विश्लेषण, रिपोर्ट तैयार करना।
- पेशेवर आचरण
- टीमवर्क: मॉक अभियानों पर सहयोग, भूमिकाएँ बाँटना।
- ग्राहक सेवा: मॉक ग्राहकों को पिचिंग, प्रस्ताव तैयार करना।
- नेटवर्किंग: विक्रेताओं, मीडिया के साथ बातचीत अनुकरण।
- प्रोजेक्ट कार्य
- मार्केटिंग योजना: मॉक उत्पाद/सेवा के लिए अभियान विकास।
- पोर्टफोलियो: विज्ञापन, विश्लेषण, और रणनीति रिपोर्ट प्रस्तुति।
- डिजिटल मार्केटिंग अभ्यास
3. वर्कशॉप कैलकुलेशन और विज्ञान
मार्केटिंग के लिए विश्लेषणात्मक और व्यवहारिक अंतर्दृष्टि का समर्थन करता है।
- सेमेस्टर 1
- अंकगणित: बजट, ROI, छूट, कमीशन गणना।
- प्रतिशत: बाजार हिस्सेदारी, अभियान पहुँच विश्लेषण।
- विज्ञान: उपभोक्ता मनोविज्ञान, निर्णय लेने की मूल बातें।
- सेमेस्टर 2
- सांख्यिकी: बिक्री डेटा, सर्वेक्षण परिणाम, रुझान व्याख्या।
- गणना: अभियान लागत, लाभ मार्जिन अनुमान।
- विज्ञान: व्यवहार अर्थशास्त्र, विज्ञापन का प्रभाव।
- अंकगणित: बजट, ROI, छूट, कमीशन गणना।
4. इंजीनियरिंग ड्राइंग
दृश्य नियोजन के लिए न्यूनतम फोकस।
- सेमेस्टर 1: अभियान फ्लोचार्ट, स्टोर लेआउट स्केचिंग।
- सेमेस्टर 2: विज्ञापन लेआउट, मार्केटिंग फ़नल डिज़ाइन।
5. एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स
नौकरी की तैयारी और सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ाता है।
- सेमेस्टर 1
- संचार: विचार पिचिंग, रिपोर्ट लेखन।
- समय प्रबंधन: अभियान, ग्राहक मीटिंग को प्राथमिकता देना।
- बुनियादी आईटी: MS Office, Google Workspace, CRM उपकरण उपयोग।
- सेमेस्टर 2
- उद्यमिता: मार्केटिंग स्टार्टअप नियोजन।
- टीमवर्क: रचनात्मक, बिक्री टीमों के साथ समन्वय।
- समस्या समाधान: अभियान विफलताएँ, ग्राहक शिकायतें संबोधित करना।
मूल्यांकन और प्रमाणन
- परीक्षाएँ: सेमेस्टर-वार (सिद्धांत + प्रायोगिक)।
- प्रमाणपत्र: एनसीवीटी से नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी), राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त।
- मूल्यांकन: बाजार अनुसंधान सटीकता, बिक्री दक्षता, अभियान निष्पादन, और प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर।
करियर अवसर
- रोजगार: रिटेल, FMCG, IT, या रियल एस्टेट में मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव, बिक्री समन्वयक, डिजिटल मार्केटिंग सहायक।
- स्व-रोजगार: मार्केटिंग परामर्श या एजेंसी शुरू करना।
- आगे की पढ़ाई: मार्केटिंग डिप्लोमा, BBA, या Google Ads, HubSpot जैसे प्रमाणन।
नोट
- यह पाठ्यक्रम एनसीवीटी दिशानिर्देशों के साथ संरेखित है और संस्थागत या राज्य-विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकता है।
- नवीनतम संस्करण के लिए, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीटी) या स्थानीय आईटीआई से संपर्क करें।
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