Mechanic Mining Machinery

आईटीआई मैकेनिक माइनिंग मशीनरी ट्रेड पाठ्यक्रम

आईटीआई मैकेनिक माइनिंग मशीनरी ट्रेड एक दो वर्षीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) द्वारा क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) के तहत संचालित होता है। यह कोर्स प्रशिक्षुओं को खनन कार्यों में उपयोग होने वाली भारी मशीनरी, जैसे एक्सकेवेटर, ड्रिलिंग मशीन, हॉल ट्रक, कन्वेयर, और क्रशर के रखरखाव, समस्या निवारण, मरम्मत, और संचालन में कौशल प्रदान करता है। पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक ज्ञान, यांत्रिक और हाइड्रोलिक सिस्टम में प्रायोगिक कौशल, और रोजगार योग्यता कौशल शामिल हैं, जो छात्रों को खनन उद्योगों में माइनिंग मशीनरी तकनीशियन, रखरखाव मैकेनिक, या सर्विस इंजीनियर, या स्व-रोजगार सेवा प्रदाताओं के रूप में भूमिकाओं के लिए तैयार करता है।

कोर्स का संक्षिप्त विवरण

  • अवधि: 2 वर्ष (4 सेमेस्टर, प्रत्येक 6 महीने)
  • एनएसक्यूएफ स्तर: स्तर 5
  • योग्यता: न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण विज्ञान और गणित के साथ (या समकक्ष)
  • उद्देश्य: रखरखाव, मरम्मत, और सिस्टम डायग्नोस्टिक्स के माध्यम से खनन मशीनरी का विश्वसनीय और सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करना।

विस्तृत पाठ्यक्रम विभाजन

1. ट्रेड थ्योरी (सैद्धांतिक ज्ञान)

खनन मशीनरी, रखरखाव, और खनन वातावरण में सुरक्षा के सिद्धांतों को कवर करता है।

  • सेमेस्टर 1
    • खनन मशीनरी का परिचय
      • अवलोकन: खनन के प्रकार (सतह, भूमिगत), मशीनरी की भूमिका (एक्सकेवेटर, ड्रिल, हॉल ट्रक)।
      • उद्योग दायरा: खनन क्षेत्र की नौकरियाँ, सुरक्षा नियम, मशीनीकृत खनन रुझान।
      • सुरक्षा: पीपीई (हेलमेट, दस्ताने, जूते), लॉकआउट-टैगआउट, विस्फोटकों का सुरक्षित उपयोग।
    • बुनियादी यांत्रिकी
      • अवधारणाएँ: भारी मशीनरी में बल, टॉर्क, घर्षण, लीवर, गियर, बेयरिंग।
      • घटक: खनन उपकरणों में शाफ्ट, कपलिंग, बेल्ट, चेन।
      • सामग्री: खनन परिस्थितियों के लिए उच्च-शक्ति स्टील, पहनने-प्रतिरोधी मिश्र धातु।
    • विद्युत मूल बातें
      • सिद्धांत: वोल्टेज, करंट, प्रतिरोध, AC/DC सर्किट, मोटर मूल बातें।
      • घटक: खनन मशीनों में स्टार्टर, रिले, सर्किट ब्रेकर, ग्राउंडिंग।
      • सुरक्षा: विद्युत अलगाव, आर्क फ्लैश रोकथाम, धूल-प्रूफ एनक्लोजर।
    • हाइड्रोलिक और न्यूमेटिक सिस्टम
      • घटक: खनन उपकरणों में पंप, वाल्व, सिलेंडर, होसेस।
      • संचालन: ड्रिल, लोडर में दबाव नियंत्रण, द्रव गतिकी, वायु सिस्टम।
      • रखरखाव: रिसाव जाँच, द्रव गुणवत्ता, सील प्रतिस्थापन।
    • उपकरण और माप उपकरण
      • यांत्रिक: स्पैनर, टॉर्क रिंच, वर्नियर कैलिपर, माइक्रोमीटर।
      • डायग्नोस्टिक: प्रेशर गेज, वाइब्रेशन एनालाइज़र, लेजर संरेखण उपकरण।
      • प्रेसिजन: महत्वपूर्ण खनन घटकों के लिए सहनशीलता (±0.01 मिमी) सुनिश्चित करना।
    • वर्कशॉप प्रथाएँ
      • संचालन: मशीनरी पुर्जों के लिए फाइलिंग, ड्रिलिंग, टैपिंग, ग्राइंडिंग।
      • तकनीक: वेल्डिंग, ब्रेज़िंग, भारी-भरकम घटकों की असेंबलिंग।
      • दस्तावेजीकरण: रखरखाव लॉग, स्पेयर पार्ट्स इन्वेंट्री, दोष रिपोर्ट।
  • सेमेस्टर 2
    • इंजन और पावर सिस्टम
      • प्रकार: हॉल ट्रक, एक्सकेवेटर में डीजल इंजन, इलेक्ट्रिक मोटर।
      • संचालन: दहन चक्र, ईंधन इंजेक्शन, कूलिंग सिस्टम।
      • रखरखाव: इंजेक्टर, फिल्टर, रेडिएटर, टर्बोचार्जर सर्विसिंग।
    • ट्रांसमिशन सिस्टम
      • प्रकार: खनन मशीनों में यांत्रिक, हाइड्रोलिक, स्वचालित ट्रांसमिशन।
      • घटक: क्लच, गियरबॉक्स, टॉर्क कन्वर्टर, ड्राइव शाफ्ट।
      • रखरखाव: पहनने की जाँच, क्लच समायोजन, सील प्रतिस्थापन।
    • ड्रिलिंग और ब्लास्टिंग उपकरण
      • मशीनें: रोटरी ड्रिल, हाइड्रोलिक ड्रिल, ब्लास्टिंग उपकरण।
      • संचालन: ड्रिल बिट चयन, टॉर्क नियंत्रण, गहराई निगरानी।
      • रखरखाव: ड्रिल मोटर सर्विसिंग, बिट प्रतिस्थापन, हाइड्रोलिक्स जाँच।
    • कन्वेयर और सामग्री हैंडलिंग सिस्टम
      • घटक: खनन कन्वेयर में बेल्ट, रोलर, पुली, आइडलर।
      • संचालन: तनाव समायोजन, संरेखण, लोड क्षमता।
      • रखरखाव: बेल्ट स्प्लाइसिंग, बेयरिंग स्नेहन, ड्राइव निरीक्षण।
    • निवारक रखरखाव
      • अनुसूची: एक्सकेवेटर, क्रशर, कन्वेयर के लिए दैनिक, साप्ताहिक जाँच।
      • तकनीक: स्नेहन, सफाई, पहनने और टूट-फूट का निरीक्षण।
      • रिकॉर्ड: डाउनटाइम लॉगिंग, घटक विफलता की भविष्यवाणी।
    • समस्या निवारण मूल बातें
      • विधियाँ: मूल कारण विश्लेषण, दोष वृक्ष, डायग्नोस्टिक चार्ट।
      • उपकरण: मल्टीमीटर, हाइड्रोलिक टेस्टर, थर्मल इमेजर।
      • समाधान: घिसे गियर प्रतिस्थापन, नियंत्रण रीकैलिब्रेशन, रिसाव ठीक करना।
  • सेमेस्टर 3
    • एक्सकेवेटर और लोडर
      • प्रकार: खनन में हाइड्रोलिक एक्सकेवेटर, व्हील लोडर, ड्रैगलाइन।
      • घटक: बकेट, बूम, काउंटरवेट, हाइड्रोलिक रैम।
      • रखरखाव: सिलेंडर सर्विसिंग, स्ल्यू बेयरिंग जाँच, जोड़ों को ग्रीसिंग।
    • क्रशिंग और स्क्रीनिंग उपकरण
      • मशीनें: जॉ क्रशर, कोन क्रशर, वाइब्रेटिंग स्क्रीन।
      • संचालन: फीड दर, क्रशर सेटिंग, स्क्रीन मेश आकार।
      • रखरखाव: लाइनर प्रतिस्थापन, रोटर निरीक्षण, स्क्रीन संतुलन।
    • पंप और डीवाटरिंग सिस्टम
      • प्रकार: खनन डीवाटरिंग के लिए सेंट्रीफ्यूगल, सबमर्सिबल पंप।
      • संचालन: प्रवाह दर, दबाव हेड, कैविटेशन रोकथाम।
      • रखरखाव: इम्पेलर सर्विसिंग, सील जाँच, फिल्टर सफाई।
    • वेल्डिंग और फैब्रिकेशन
      • तकनीक: खनन मरम्मत के लिए आर्क वेल्डिंग, MIG वेल्डिंग।
      • अनुप्रयोग: बकेट, फ्रेम, कन्वेयर संरचनाओं की मरम्मत।
      • सुरक्षा: परिरक्षण गैस, धुआं निष्कर्षण, वेल्ड निरीक्षण।
    • कंडीशन मॉनिटरिंग
      • तकनीक: कंपन विश्लेषण, तेल विश्लेषण, थर्मोग्राफी।
      • उपकरण: पोर्टेबल एनालाइज़र, भविष्यवाणी रखरखाव के लिए IoT सेंसर।
      • विश्लेषण: पहनने का रुझान, सक्रिय मरम्मत शेड्यूलिंग।
    • खनन नियम
      • मानक: व्यावसायिक सुरक्षा के लिए DGMS दिशानिर्देश, ISO 45001।
      • अनुपालन: उपकरण प्रमाणन, ऑपरेटर सुरक्षा प्रशिक्षण।
      • दस्तावेजीकरण: सुरक्षा ऑडिट, घटना रिपोर्ट, अनुपालन लॉग।
  • सेमेस्टर 4
    • उन्नत खनन मशीनरी
      • सिस्टम: स्वायत्त हॉल ट्रक, रोबोटिक ड्रिल, स्मार्ट कन्वेयर।
      • रखरखाव: नियंत्रण सॉफ्टवेयर अपडेट, AI सेंसर सर्विसिंग।
      • एकीकरण: मशीनों को खनन प्रबंधन सिस्टम से जोड़ना।
    • भारी अर्थ-मूविंग उपकरण
      • मशीनें: ओपन-पिट खानों में डोजर, ग्रेडर, स्क्रेपर।
      • रखरखाव: ट्रैक, ब्लेड, हाइड्रोलिक सिस्टम सर्विसिंग।
      • डायग्नोस्टिक्स: त्रुटि कोड पढ़ना, इलेक्ट्रॉनिक्स समस्या निवारण।
    • स्नेहन सिस्टम
      • प्रकार: खनन उपकरणों के लिए केंद्रीकृत, मैनुअल स्नेहन।
      • संचालन: ग्रीस चयन, चिपचिपाहट, संदूषण नियंत्रण।
      • रखरखाव: पंप सर्विसिंग, लाइनों की जाँच, सिस्टम फ्लशिंग।
    • उद्यमिता और प्रबंधन
      • व्यवसाय: खनन उपकरण सर्विस शुरू करना, स्पेयर सोर्सिंग।
      • नियोजन: मरम्मत बजट, रखरखाव अनुबंध प्रबंधन।
      • मार्केटिंग: सेवाओं का प्रचार, उद्योग नेटवर्क निर्माण।
    • उद्योग रुझान
      • नवाचार: इलेक्ट्रिक खनन वाहन, IoT-सक्षम डायग्नोस्टिक्स, स्वचालन।
      • मानक: पर्यावरण नियम, शून्य-हानि खनन नीतियाँ।
      • भविष्य: हरित खनन, AI-चालित रखरखाव, डिजिटल ट्विन।
    • पेशेवर नैतिकता
      • प्रथाएँ: मरम्मत में पारदर्शिता, गुणवत्ता आश्वासन।
      • जिम्मेदारियाँ: उपकरण अपटाइम, कार्यकर्ता सुरक्षा सुनिश्चित करना।
      • अनुपालन: पर्यावरण, सुरक्षा नियमों का पालन।

2. ट्रेड प्रैक्टिकल (हाथों से कौशल)

खनन मशीनरी कार्यशालाओं और नकली खनन सेटअप में प्रायोगिक कार्यों पर केंद्रित।

  • सेमेस्टर 1
    • सुरक्षा अभ्यास
      • पीपीई उपयोग: कार्यशालाओं में हेलमेट, जूते, दस्ताने पहनना।
      • प्रक्रियाएँ: लॉकआउट-टैगआउट लागू करना, भारी उपकरण हैंडलिंग।
      • अभ्यास: आपातकालीन प्रतिक्रिया, धूल नियंत्रण, अग्नि सुरक्षा।
    • यांत्रिक संचालन
      • प्रदर्शन: नकली मशीनरी पुर्जों पर फाइलिंग, ड्रिलिंग, टैपिंग।
      • माप: कैलिपर, माइक्रोमीटर से सहनशीलता जाँचना।
      • रखरखाव: लैब में बेयरिंग ग्रीसिंग, शाफ्ट संरेखण।
    • विद्युत सर्किट कार्य
      • वायरिंग: नकली सेटअप में बुनियादी मोटर सर्किट असेंबलिंग।
      • परीक्षण: मल्टीमीटर से वोल्टेज, करंट मापना।
      • मरम्मत: लैब पैनल में फ्यूज, रिले प्रतिस्थापन।
    • हाइड्रोलिक/न्यूमेटिक अभ्यास
      • असेंबलिंग: नकली सिस्टम में वाल्व, होसेस कनेक्ट करना।
      • परीक्षण: लैब सेटअप में दबाव, प्रवाह जाँचना।
      • मरम्मत: नकली सर्किट में सील प्रतिस्थापन, द्रव टॉपिंग।
    • वर्कशॉप कार्य
      • प्रदर्शन: लैब में जोड़ वेल्डिंग, गियरबॉक्स असेंबलिंग।
      • रखरखाव: उपकरण सफाई, स्पेयर पार्ट्स संगठन।
      • दस्तावेजीकरण: रखरखाव चेकलिस्ट, दोष लॉग तैयार करना।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • गियर सिस्टम असेंबलिंग: लैब में फिटिंग, परीक्षण।
      • रिपोर्ट: डिज़ाइन, मरम्मत, प्रदर्शन डेटा दस्तावेजीकरण।
  • सेमेस्टर 2
    • इंजन रखरखाव
      • सर्विसिंग: नकली डीजल इंजनों में फिल्टर, इंजेक्टर निरीक्षण।
      • मरम्मत: लैब में गास्केट प्रतिस्थापन, वाल्व समायोजन।
      • परीक्षण: नकली सेटअप में RPM, ईंधन दक्षता सत्यापन।
    • ट्रांसमिशन अभ्यास
      • असेंबलिंग: नकली सिस्टम में क्लच, गियरबॉक्स फिटिंग।
      • रखरखाव: टॉर्क कन्वर्टर समायोजन, ड्राइव ग्रीसिंग।
      • परीक्षण: लैब सेटअप में सुचारू गियर शिफ्ट सुनिश्चित करना।
    • ड्रिलिंग उपकरण मरम्मत
      • सर्विसिंग: नकली रिग में ड्रिल मोटर, बिट निरीक्षण।
      • मरम्मत: हाइड्रोलिक लाइन प्रतिस्थापन, नियंत्रण रीकैलिब्रेशन।
      • परीक्षण: लैब ड्रिल में टॉर्क, गहराई सत्यापन।
    • कन्वेयर रखरखाव
      • प्रदर्शन: नकली कन्वेयर में बेल्ट स्प्लाइसिंग, रोलर संरेखण।
      • रखरखाव: पुली स्नेहन, मोटर निरीक्षण।
      • परीक्षण: लैब में लोड क्षमता, बेल्ट तनाव सुनिश्चित करना।
    • निवारक रखरखाव अभ्यास
      • प्रदर्शन: नकली मशीनरी सेटअप की स्नेहन, सफाई।
      • निरीक्षण: लैब में बेल्ट, गियर की पहनने की जाँच।
      • लॉगिंग: रखरखाव अनुसूची, दोष रिपोर्ट तैयार करना।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • कन्वेयर सर्विसिंग: लैब में मरम्मत, संरेखण, परीक्षण।
      • पोर्टफोलियो: लॉग, फोटो, सिस्टम प्रदर्शन प्रस्तुति।
  • सेमेस्टर 3
    • एक्सकेवेटर और लोडर रखरखाव
      • सर्विसिंग: नकली एक्सकेवेटर में बूम, बकेट निरीक्षण।
      • मरम्मत: लैब में रैम प्रतिस्थापन, स्ल्यू बेयरिंग ग्रीसिंग।
      • परीक्षण: उठाने की क्षमता, हाइड्रोलिक दबाव सत्यापन।
    • क्रशर और स्क्रीन मरम्मत
      • सर्विसिंग: नकली क्रशर में जॉ, रोटर निरीक्षण।
      • मरम्मत: लैब में लाइनर प्रतिस्थापन, स्क्रीन संतुलन।
      • परीक्षण: नकली सेटअप में फीड दर, उत्पाद आकार सुनिश्चित करना।
    • पंप रखरखाव
      • सर्विसिंग: नकली पंप में इम्पेलर, सील निरीक्षण।
      • मरम्मत: लैब में बेयरिंग प्रतिस्थापन, फिल्टर सफाई।
      • परीक्षण: डीवाटरिंग सेटअप में प्रवाह, दबाव सत्यापन।
    • वेल्डिंग अभ्यास
      • प्रदर्शन: नकली मरम्मत में फ्रेम, बकेट वेल्डिंग।
      • परीक्षण: लैब में वेल्ड की दरार, मजबूती जाँच।
      • रखरखाव: वेल्डिंग उपकरण सफाई, इलेक्ट्रोड भंडारण।
    • कंडीशन मॉनिटरिंग अभ्यास
      • मॉनिटरिंग: लैब में कंपन सेंसर, थर्मल कैमरा उपयोग।
      • विश्लेषण: पहनने के डेटा रुझान, विफलता भविष्यवाणी।
      • रिपोर्टिंग: रखरखाव पूर्वानुमान, लॉग तैयार करना।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • एक्सकेवेटर आर्म पुनर्स्थापना: लैब में मरम्मत, परीक्षण।
      • पोर्टफोलियो: मरम्मत लॉग, परीक्षण परिणाम, फोटो प्रस्तुति।
  • सेमेस्टर 4
    • उन्नत मशीनरी रखरखाव
      • सर्विसिंग: नकली स्वायत्त ट्रकों में सेंसर, सॉफ्टवेयर निरीक्षण।
      • मरम्मत: नियंत्रण अपडेट, AI सिस्टम रीकैलिब्रेशन।
      • परीक्षण: लैब सेटअप में कनेक्टिविटी, सटीकता सुनिश्चित करना।
    • अर्थ-मूविंग उपकरण मरम्मत
      • सर्विसिंग: नकली डोजर में ट्रैक, ब्लेड निरीक्षण।
      • मरम्मत: लैब में रोलर प्रतिस्थापन, हाइड्रोलिक्स ठीक करना।
      • परीक्षण: सेटअप में ट्रैक्शन, ग्रेडिंग सटीकता सत्यापन।
    • स्नेहन सिस्टम अभ्यास
      • प्रदर्शन: नकली सेटअप में केंद्रीकृत स्नेहन सिस्टम सर्विसिंग।
      • रखरखाव: लैब में लाइनों को फ्लश करना, ग्रीस पंप जाँच।
      • परीक्षण: स्नेहन वितरण, संदूषण नियंत्रण सुनिश्चित करना।
    • उद्यमिता अभ्यास
      • अनुकरण: नकली मशीनरी सर्विस चलाना, पुर्जे सोर्सिंग।
      • नियोजन: खनन अनुबंध बजट, स्पेयर प्रबंधन।
      • मार्केटिंग: नकली सर्विस विज्ञापन, ग्राहक प्रस्ताव बनाना।
    • सुरक्षा और अनुपालन
      • निरीक्षण: नकली सेटअप में धूल नियंत्रण, ग्राउंडिंग जाँचना।
      • ऑडिटिंग: नकली DGMS, सुरक्षा ऑडिट करना।
      • परीक्षण: ISO, खनन मानकों के साथ अनुपालन सुनिश्चित करना।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • क्रशर पुनर्स्थापना: लैब में मरम्मत, एकीकरण, परीक्षण।
      • पोर्टफोलियो: लॉग, फोटो, सिस्टम दक्षता डेटा प्रस्तुति।

3. वर्कशॉप कैलकुलेशन और विज्ञान

खनन मशीनरी के लिए प्रासंगिक अवधारणाओं का समर्थन करता है।

  • सेमेस्टर 1: अंकगणित (सहनशीलता, अनुपात), भौतिकी (यांत्रिकी, घर्षण)।
  • सेमेस्टर 2: बीजगणित (गियर अनुपात, शक्ति), थर्मोडायनामिक्स (इंजन)।
  • सेमेस्टर 3: ज्यामिति (मशीन संरेखण), द्रव यांत्रिकी (हाइड्रोलिक्स)।
  • सेमेस्टर 4: सांख्यिकी (विफलता विश्लेषण), अनुप्रयुक्त भौतिकी (कंपन, पहनना)।

4. इंजीनियरिंग ड्राइंग

खनन मशीनरी के लिए तकनीकी ड्राफ्टिंग पर केंद्रित।

  • सेमेस्टर 1: गियर, शाफ्ट, ऑर्थोग्राफिक दृश्य स्केचिंग।
  • सेमेस्टर 2: हाइड्रोलिक सर्किट, कन्वेयर लेआउट ड्राइंग।
  • सेमेस्टर 3: एक्सकेवेटर आर्म, क्रशर योजनाएँ डिज़ाइन।
  • सेमेस्टर 4: स्वायत्त ट्रक, खनन सिस्टम के लिए ब्लूप्रिंट बनाना।

5. एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स

नौकरी की तैयारी और सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ाता है।

  • सेमेस्टर 1: संचार (दोष रिपोर्टिंग), समय प्रबंधन, बुनियादी आईटी (डायग्नोस्टिक्स)।
  • सेमेस्टर 2: टीमवर्क (खनिकों के साथ), समस्या समाधान (मशीनरी दोष)।
  • सेमेस्टर 3: नेतृत्व (मरम्मत निगरानी), बातचीत (वेंडर डील), उन्नत आईटी (IoT, नियंत्रण)।
  • सेमेस्टर 4: उद्यमिता (सर्विस व्यवसाय), ग्राहक प्रबंधन, रुझान (स्वचालन, हरित खनन)।

मूल्यांकन और प्रमाणन

  • परीक्षाएँ: सेमेस्टर-वार (सिद्धांत + प्रायोगिक)।
  • प्रमाणपत्र: एनसीवीटी से नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी), राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त।
  • मूल्यांकन: मरम्मत सटीकता, सिस्टम विश्वसनीयता, सुरक्षा अनुपालन, और प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर।

करियर अवसर

  • रोजगार: कोयला, धातु, या खनिज खानों में माइनिंग मशीनरी तकनीशियन, रखरखाव मैकेनिक, सर्विस इंजीनियर।
  • स्व-रोजगार: खनन उपकरण मरम्मत या रखरखाव सर्विस शुरू करना।
  • आगे की पढ़ाई: मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा, भारी उपकरण रखरखाव में प्रमाणन, या खनन स्वचालन।

नोट

  • यह पाठ्यक्रम एनसीवीटी दिशानिर्देशों के साथ संरेखित है और संस्थागत या राज्य-विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकता है।
  • नवीनतम संस्करण के लिए, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीटी) या स्थानीय आईटीआई से संपर्क करें।

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