Mechanic Motor Cycle

आईटीआई मैकेनिक मोटर साइकिल ट्रेड पाठ्यक्रम

आईटीआई मैकेनिक मोटर साइकिल ट्रेड एक वर्षीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) द्वारा क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) के तहत संचालित होता है। यह कोर्स प्रशिक्षुओं को मोटरसाइकिलों के निदान, सर्विसिंग, मरम्मत, और रखरखाव में कौशल प्रदान करता है, जिसमें टू-स्ट्रोक और फोर-स्ट्रोक इंजन, ट्रांसमिशन सिस्टम, ब्रेकिंग सिस्टम, और विद्युत घटक शामिल हैं। पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक ज्ञान, मोटरसाइकिल मरम्मत में प्रायोगिक कौशल, और रोजगार योग्यता कौशल शामिल हैं, जो छात्रों को ऑटोमोटिव वर्कशॉप, सर्विस सेंटर, या मोटरसाइकिल डीलरशिप में मोटरसाइकिल मैकेनिक, सर्विस तकनीशियन, या स्पेयर पार्ट्स डीलर, या स्व-रोजगार मरम्मत दुकान मालिक के रूप में भूमिकाओं के लिए तैयार करता है।

कोर्स का संक्षिप्त विवरण

  • अवधि: 1 वर्ष (2 सेमेस्टर, प्रत्येक 6 महीने)
  • एनएसक्यूएफ स्तर: स्तर 4
  • योग्यता: न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण (या समकक्ष)
  • उद्देश्य: रखरखाव और मरम्मत के माध्यम से मोटरसाइकिलों का इष्टतम प्रदर्शन, सुरक्षा, और विश्वसनीयता सुनिश्चित करना।

विस्तृत पाठ्यक्रम विभाजन

1. ट्रेड थ्योरी (सैद्धांतिक ज्ञान)

मोटरसाइकिल सिस्टम, मरम्मत तकनीकों, और वर्कशॉप प्रबंधन के सिद्धांतों को कवर करता है।

  • सेमेस्टर 1
    • मोटरसाइकिल मैकेनिक्स का परिचय
      • अवलोकन: मोटरसाइकिलों के प्रकार (स्कूटर, बाइक, मोपेड), उनके अनुप्रयोग।
      • उद्योग दायरा: सर्विस सेंटर, डीलरशिप, मरम्मत दुकानों में भूमिकाएँ।
      • सुरक्षा: पीपीई (दस्ताने, चश्मा, जूते), वर्कशॉप खतरे, सुरक्षित उठाने की तकनीक।
    • बुनियादी यांत्रिकी
      • अवधारणाएँ: मोटरसाइकिल सिस्टम में बल, टॉर्क, घर्षण, लीवर।
      • घटक: बाइक में नट, बोल्ट, बेयरिंग, गास्केट, सील।
      • सामग्री: मोटरसाइकिल पुर्जों में स्टील, एल्यूमीनियम, रबर।
    • टू-स्ट्रोक और फोर-स्ट्रोक इंजन
      • सिद्धांत: दहन चक्र, वाल्व टाइमिंग, कार्ब्युरेशन, ईंधन इंजेक्शन।
      • घटक: पिस्टन, क्रैंकशाफ्ट, कैमशाफ्ट, स्पार्क प्लग, निकास सिस्टम।
      • संचालन: टू-स्ट्रोक और फोर-स्ट्रोक इंजनों में अंतर, दक्षता।
    • ईंधन सिस्टम
      • प्रकार: कार्ब्युरेटर, ईंधन इंजेक्टर, ईंधन पंप, एयर फिल्टर।
      • संचालन: ईंधन-वायु मिश्रण, थ्रॉटल नियंत्रण, चोक सिस्टम।
      • रखरखाव: कार्ब्युरेटर सफाई, फिल्टर प्रतिस्थापन, ईंधन लाइन जाँच।
    • विद्युत सिस्टम (बुनियादी)
      • घटक: बैटरी, इग्निशन कॉइल, स्पार्क प्लग, वायरिंग हार्नेस, लाइट।
      • सिद्धांत: DC सर्किट, चार्जिंग सिस्टम, ग्राउंडिंग तकनीक।
      • सुरक्षा: बैटरी हैंडलिंग, शॉर्ट सर्किट से बचाव, इन्सुलेशन जाँच।
    • उपकरण और माप उपकरण
      • हैंड टूल: स्पैनर, स्क्रूड्राइवर, प्लायर, टॉर्क रिंच।
      • डायग्नोस्टिक: मल्टीमीटर, फीलर गेज, कम्प्रेशन टेस्टर।
      • प्रेसिजन: क्लीयरेंस माप (±0.01 मिमी), टॉर्क सेटिंग।
    • वर्कशॉप प्रथाएँ
      • संचालन: फाइलिंग, ड्रिलिंग, टैपिंग, फास्टनर कसना।
      • तकनीक: इंजन घटकों को डिस्मेंटलिंग, असेंबलिंग।
      • दस्तावेजीकरण: सर्विस लॉग, स्पेयर पार्ट्स सूची, जॉब कार्ड।
  • सेमेस्टर 2
    • ट्रांसमिशन सिस्टम
      • प्रकार: चेन ड्राइव, बेल्ट ड्राइव, मैनुअल और स्वचालित क्लच।
      • घटक: गियर, स्प्रॉकेट, क्लच प्लेट, ड्राइव चेन।
      • रखरखाव: चेन तनाव समायोजन, स्प्रॉकेट स्नेहन, क्लच प्रतिस्थापन।
    • ब्रेकिंग सिस्टम
      • प्रकार: ड्रम ब्रेक, डिस्क ब्रेक, हाइड्रोलिक और मैकेनिकल सिस्टम।
      • घटक: ब्रेक पैड, रोटर, केबल, ब्रेक फ्लूइड जलाशय।
      • रखरखाव: ब्रेक ब्लीडिंग, पैड प्रतिस्थापन, केबल समायोजन।
    • सस्पेंशन और स्टीयरिंग सिस्टम
      • प्रकार: टेलीस्कोपिक फोर्क, मोनो-शॉक, स्विंग आर्म।
      • घटक: शॉक एब्जॉर्बर, बेयरिंग, स्टीयरिंग हेड, फोर्क।
      • रखरखाव: बेयरिंग ग्रीसिंग, डैम्पर समायोजन, संरेखण जाँच।
    • व्हील और टायर
      • प्रकार: स्पोक व्हील, मिश्र धातु व्हील, ट्यूबलेस और ट्यूब टायर।
      • संचालन: टायर दबाव, ट्रेड पैटर्न, संतुलन तकनीक।
      • रखरखाव: पंचर पैचिंग, टायर प्रतिस्थापन, व्हील संरेखण।
    • उन्नत विद्युत सिस्टम
      • घटक: CDI यूनिट, रेगुलेटर, स्टार्टर मोटर, हॉर्न, इंडिकेटर।
      • सिस्टम: इलेक्ट्रॉनिक इग्निशन, ईंधन इंजेक्शन नियंत्रण, वायरिंग डायग्नोस्टिक्स।
      • रखरखाव: सर्किट परीक्षण, रिले प्रतिस्थापन, दोष निवारण।
    • समस्या निवारण और डायग्नोस्टिक्स
      • विधियाँ: दोष पहचान, लक्षण विश्लेषण (शोर, कंपन, शक्ति हानि)।
      • उपकरण: डायग्नोस्टिक चार्ट, OBD स्कैनर, कम्प्रेशन टेस्टर।
      • समाधान: इंजन ट्यूनिंग, ईंधन सिस्टम रीकैलिब्रेशन, विद्युत दोष ठीक करना।
    • निवारक रखरखाव
      • अनुसूची: इंजन, ब्रेक, टायर के लिए दैनिक, मासिक जाँच।
      • तकनीक: तेल परिवर्तन, चेन स्नेहन, स्पार्क प्लग सफाई।
      • रिकॉर्ड: सर्विस अंतराल लॉगिंग, पुर्जों के प्रतिस्थापन की भविष्यवाणी।
    • वर्कशॉप प्रबंधन
      • प्रथाएँ: इन्वेंट्री नियंत्रण, ग्राहक संवाद, बिलिंग सिस्टम।
      • अनुपालन: प्रदूषण मानदंड (PUC), सड़क सुरक्षा नियम।
      • दस्तावेजीकरण: वारंटी रिकॉर्ड, सर्विस समझौते, अनुपालन प्रमाणपत्र।

2. ट्रेड प्रैक्टिकल (हाथों से कौशल)

मोटरसाइकिल मरम्मत कार्यशालाओं में प्रायोगिक कार्यों पर केंद्रित।

  • सेमेस्टर 1
    • सुरक्षा अभ्यास
      • पीपीई उपयोग: कार्यशालाओं में दस्ताने, चश्मा पहनना।
      • प्रक्रियाएँ: ईंधन हैंडलिंग, बाइक सुरक्षित उठाना, अग्नि सुरक्षा अभ्यास।
      • जाँच: स्थिर बाइक स्टैंड सुनिश्चित करना, रिसाव सफाई।
    • बुनियादी इंजन कार्य
      • डिस्मेंटलिंग: नकली टू-स्ट्रोक/फोर-स्ट्रोक इंजनों से पिस्टन, वाल्व हटाना।
      • असेंबलिंग: गास्केट फिटिंग, बोल्ट को टॉर्क विनिर्देशों पर कसना।
      • परीक्षण: लैब में वाल्व क्लीयरेंस, क्रैंक रोटेशन जाँच।
    • ईंधन सिस्टम रखरखाव
      • सर्विसिंग: नकली सेटअप में कार्ब्युरेटर सफाई, एयर फिल्टर प्रतिस्थापन।
      • समायोजन: ईंधन-वायु मिश्रण ट्यूनिंग, चोक वाल्व सेटिंग।
      • परीक्षण: लैब में ईंधन प्रवाह, थ्रॉटल प्रतिक्रिया सत्यापन।
    • विद्युत सिस्टम अभ्यास
      • वायरिंग: नकली सर्किट में बैटरी, लाइट कनेक्ट करना।
      • परीक्षण: मल्टीमीटर से वोल्टेज, स्पार्क प्लग फायरिंग जाँच।
      • मरम्मत: लैब में बल्ब प्रतिस्थापन, तार सोल्डरिंग।
    • वर्कशॉप संचालन
      • प्रदर्शन: नकली सेटअप में फास्टनर कसना, रफ किनारों को फाइल करना।
      • माप: लैब में पिस्टन क्लीयरेंस, बोल्ट टॉर्क जाँच।
      • दस्तावेजीकरण: मरम्मत के लिए जॉब कार्ड, पार्ट्स सूची तैयार करना।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • इंजन सर्विसिंग: डिस्मेंटलिंग, सफाई, पुनःअसेंबलिंग, परीक्षण।
      • रिपोर्ट: ठीक किए गए दोष, उपयोग किए गए उपकरण, परिणाम दस्तावेजीकरण।
  • सेमेस्टर 2
    • ट्रांसमिशन सिस्टम मरम्मत
      • सर्विसिंग: नकली बाइक में चेन तनाव समायोजन, स्प्रॉकेट ग्रीसिंग।
      • मरम्मत: लैब में क्लच प्लेट प्रतिस्थापन, गियर संरेखण।
      • परीक्षण: सुचारू गियर शिफ्ट, ड्राइव दक्षता सुनिश्चित करना।
    • ब्रेकिंग सिस्टम रखरखाव
      • सर्विसिंग: नकली सेटअप में ब्रेक पैड, रोटर निरीक्षण।
      • मरम्मत: लैब में हाइड्रोलिक ब्रेक ब्लीडिंग, केबल प्रतिस्थापन।
      • परीक्षण: नकली बाइक में रुकने की शक्ति, पेडल अनुभव सत्यापन।
    • सस्पेंशन और स्टीयरिंग अभ्यास
      • सर्विसिंग: नकली सेटअप में स्टीयरिंग बेयरिंग ग्रीसिंग, फोर्क जाँच।
      • समायोजन: लैब में शॉक एब्जॉर्बर ट्यूनिंग, हैंडलबार संरेखण।
      • परीक्षण: नकली राइड में स्थिरता, सुचारू स्टीयरिंग सुनिश्चित करना।
    • व्हील और टायर रखरखाव
      • प्रदर्शन: नकली व्हील में ट्यूब पैचिंग, टायर माउंटिंग।
      • संतुलन: लैब में व्हील संरेखण, टायर दबाव जाँच।
      • परीक्षण: नकली सेटअप में राइड आराम, ग्रिप सत्यापन।
    • उन्नत विद्युत मरम्मत
      • निदान: नकली सर्किट में CDI, स्टार्टर मोटर परीक्षण।
      • मरम्मत: लैब में रेगुलेटर प्रतिस्थापन, वायरिंग हार्नेस रीवायरिंग।
      • परीक्षण: लाइट, हॉर्न, इग्निशन कार्यक्षमता सुनिश्चित करना।
    • समस्या निवारण अभ्यास
      • निदान: नकली बाइक में मिसफायर, ब्रेक फेड की पहचान।
      • मरम्मत: लैब में कार्ब्युरेटर ट्यूनिंग, वायरिंग दोष ठीक करना।
      • परीक्षण: मरम्मत के बाद प्रदर्शन सत्यापन।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • मोटरसाइकिल पुनर्स्थापना: लैब में पूर्ण सर्विस, मरम्मत, परीक्षण।
      • पोर्टफोलियो: लॉग, फोटो, प्रदर्शन डेटा प्रस्तुति।

3. वर्कशॉप कैलकुलेशन और विज्ञान

मोटरसाइकिल मरम्मत के लिए प्रासंगिक अवधारणाओं का समर्थन करता है।

  • सेमेस्टर 1: अंकगणित (अनुपात, सहनशीलता), भौतिकी (बल, टॉर्क)।
  • सेमेस्टर 2: बीजगणित (गियर अनुपात, ईंधन दक्षता), थर्मोडायनामिक्स (दहन)।

4. इंजीनियरिंग ड्राइंग

मोटरसाइकिल सिस्टम के लिए तकनीकी ड्राफ्टिंग पर केंद्रित।

  • सेमेस्टर 1: इंजन पुर्जे, कार्ब्युरेटर, ऑर्थोग्राफिक दृश्य स्केचिंग।
  • सेमेस्टर 2: ट्रांसमिशन लेआउट, ब्रेक सिस्टम, वायरिंग डायग्राम ड्राइंग।

5. एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स

नौकरी की तैयारी और सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ाता है।

  • सेमेस्टर 1: संचार (ग्राहक प्रश्न), समय प्रबंधन, बुनियादी आईटी (बिलिंग)।
  • सेमेस्टर 2: टीमवर्क (तकनीशियनों के साथ), समस्या समाधान (दोष निदान), उद्यमिता (दुकान प्रबंधन)।

मूल्यांकन और प्रमाणन

  • परीक्षाएँ: सेमेस्टर-वार (सिद्धांत + प्रायोगिक)।
  • प्रमाणपत्र: एनसीवीटी से नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी), राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त।
  • मूल्यांकन: मरम्मत सटीकता, सिस्टम प्रदर्शन, सुरक्षा अनुपालन, और प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर।

करियर अवसर

  • रोजगार: वर्कशॉप, डीलरशिप, या सर्विस सेंटरों में मोटरसाइकिल मैकेनिक, सर्विस तकनीशियन, स्पेयर पार्ट्स डीलर।
  • स्व-रोजगार: मोटरसाइकिल मरम्मत दुकान या मोबाइल सर्विस यूनिट शुरू करना।
  • आगे की पढ़ाई: ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग डिप्लोमा, उन्नत डायग्नोस्टिक्स में प्रमाणन, या इलेक्ट्रिक वाहन मरम्मत।

नोट

  • यह पाठ्यक्रम एनसीवीटी दिशानिर्देशों के साथ संरेखित है और संस्थागत या राज्य-विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकता है।
  • नवीनतम संस्करण के लिए, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीटी) या स्थानीय आईटीआई से संपर्क करें।

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