Mechanic Mechatronics

आईटीआई मैकेनिक मेकाट्रॉनिक्स ट्रेड पाठ्यक्रम

आईटीआई मैकेनिक मेकाट्रॉनिक्स ट्रेड एक दो वर्षीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) द्वारा क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) के तहत संचालित होता है। यह कोर्स प्रशिक्षुओं को मेकाट्रॉनिक सिस्टम के रखरखाव, समस्या निवारण, मरम्मत, और एकीकरण में कौशल प्रदान करता है, जिसमें यांत्रिक घटक, विद्युत सर्किट, इलेक्ट्रॉनिक्स, और स्वचालित मशीनरी, रोबोटिक्स, और औद्योगिक स्वचालन में उपयोग होने वाले कंप्यूटर नियंत्रण सिस्टम शामिल हैं। पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक ज्ञान, प्रायोगिक कौशल, और रोजगार योग्यता कौशल शामिल हैं, जो छात्रों को विनिर्माण, ऑटोमोटिव, या एयरोस्पेस उद्योगों में मेकाट्रॉनिक्स तकनीशियन, स्वचालन इंजीनियर, या रखरखाव विशेषज्ञ, या स्व-रोजगार सेवा प्रदाताओं के रूप में भूमिकाओं के लिए तैयार करता है।

कोर्स का संक्षिप्त विवरण

  • अवधि: 2 वर्ष (4 सेमेस्टर, प्रत्येक 6 महीने)
  • एनएसक्यूएफ स्तर: स्तर 5
  • योग्यता: न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण विज्ञान और गणित के साथ (या समकक्ष)
  • उद्देश्य: रखरखाव, मरम्मत, और सिस्टम एकीकरण के माध्यम से मेकाट्रॉनिक सिस्टम का सुचारू संचालन सुनिश्चित करना।

विस्तृत पाठ्यक्रम विभाजन

1. ट्रेड थ्योरी (सैद्धांतिक ज्ञान)

मेकाट्रॉनिक्स, स्वचालन, और सिस्टम एकीकरण के सिद्धांतों को कवर करता है।

  • सेमेस्टर 1
    • मेकाट्रॉनिक्स का परिचय
      • अवलोकन: परिभाषा, दायरा, अनुप्रयोग (रोबोटिक्स, स्वचालन, सीएनसी मशीनें)।
      • उद्योग दायरा: विनिर्माण में भूमिकाएँ, सुरक्षा मानक, इंडस्ट्री 4.0।
      • सुरक्षा: पीपीई (दस्ताने, चश्मा, ESD स्ट्रैप), इलेक्ट्रॉनिक्स हैंडलिंग, लॉकआउट-टैगआउट।
    • बुनियादी यांत्रिकी
      • अवधारणाएँ: यांत्रिक सिस्टम में बल, टॉर्क, लीवर, गियर, कैम।
      • घटक: मेकाट्रॉनिक सेटअप में बेयरिंग, शाफ्ट, कपलिंग, बेल्ट।
      • सामग्री: स्वचालन सिस्टम के लिए धातु, कम्पोजिट, गुण।
    • विद्युत मूल बातें
      • सिद्धांत: वोल्टेज, करंट, प्रतिरोध, ओम का नियम, AC/DC सर्किट।
      • घटक: तार, रिले, स्विच, ट्रांसफॉर्मर, सर्किट ब्रेकर।
      • सुरक्षा: ग्राउंडिंग, इन्सुलेशन, विद्युत खतरों से बचाव।
    • इलेक्ट्रॉनिक्स मूल बातें
      • उपकरण: डायोड, ट्रांजिस्टर, कैपेसिटर, रेसिस्टर, IC।
      • सर्किट: एनालॉग बनाम डिजिटल, रेक्टिफायर, एम्पलीफायर, टाइमर।
      • उपकरण: डायग्नोस्टिक्स के लिए मल्टीमीटर, ऑसिलोस्कोप, सोल्डरिंग किट।
    • उपकरण और माप उपकरण
      • यांत्रिक: स्पैनर, टॉर्क रिंच, वर्नियर कैलिपर, माइक्रोमीटर।
      • विद्युत: क्लैंप मीटर, इन्सुलेशन टेस्टर, सिग्नल जनरेटर।
      • प्रेसिजन: मेकाट्रॉनिक्स के लिए लेजर संरेखण उपकरण, वाइब्रेशन एनालाइज़र।
    • वर्कशॉप प्रथाएँ
      • संचालन: यांत्रिक पुर्जों के लिए ड्रिलिंग, फाइलिंग, टैपिंग, असेंबलिंग।
      • तकनीक: इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए सोल्डरिंग, क्रिम्पिंग, PCB असेंबली।
      • दस्तावेजीकरण: रखरखाव लॉग, वायरिंग डायग्राम, पार्ट्स सूची।
  • सेमेस्टर 2
    • हाइड्रोलिक और न्यूमेटिक सिस्टम
      • घटक: पंप, वाल्व, एक्ट्यूएटर, कंप्रेसर, जलाशय।
      • संचालन: स्वचालन में दबाव नियंत्रण, द्रव प्रवाह, वायु आपूर्ति।
      • रखरखाव: रिसाव जाँचना, सील प्रतिस्थापन, द्रव टॉप-अप।
    • डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स
      • अवधारणाएँ: लॉजिक गेट, फ्लिप-फ्लॉप, काउंटर, माइक्रोकंट्रोलर।
      • अनुप्रयोग: मेकाट्रॉनिक नियंत्रण में PLC, एम्बेडेड सिस्टम।
      • प्रोग्रामिंग: लैडर लॉजिक, माइक्रोकंट्रोलर कोडिंग (जैसे, Arduino) की मूल बातें।
    • सेंसर और एक्ट्यूएटर
      • प्रकार: प्रॉक्सिमिटी, तापमान, दबाव, ऑप्टिकल, अल्ट्रासोनिक सेंसर।
      • एक्ट्यूएटर: मोटर (DC, स्टेपर, सर्वो), सोलनॉइड, लीनियर एक्ट्यूएटर।
      • कैलिब्रेशन: सेंसर रेंज सेट करना, एक्ट्यूएटर प्रतिक्रिया ट्यूनिंग।
    • नियंत्रण सिस्टम
      • मूल बातें: ओपन-लूप बनाम क्लोज्ड-लूप, फीडबैक तंत्र।
      • नियंत्रक: PID नियंत्रण, स्वचालन के लिए PLC प्रोग्रामिंग।
      • अनुप्रयोग: मोटर गति नियंत्रण, रोबोटिक आर्म पोजिशनिंग।
    • निवारक रखरखाव
      • अनुसूची: मेकाट्रॉनिक सिस्टम के लिए दैनिक, साप्ताहिक जाँच।
      • तकनीक: सफाई, स्नेहन, विद्युत कनेक्शन निरीक्षण।
      • रिकॉर्ड: दोष लॉगिंग, डाउनटाइम, भविष्यवाणी रखरखाव डेटा।
    • समस्या निवारण मूल बातें
      • विधियाँ: फॉल्ट ट्री विश्लेषण, सिग्नल ट्रेसिंग, त्रुटि कोड पढ़ना।
      • उपकरण: डायग्नोस्टिक सॉफ्टवेयर, PLC डिबगर, सर्किट टेस्टर।
      • समाधान: सेंसर प्रतिस्थापन, नियंत्रण रीकैलिब्रेशन, रीवायरिंग।
  • सेमेस्टर 3
    • प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (PLC)
      • घटक: CPU, I/O मॉड्यूल, पावर सप्लाई, संचार पोर्ट।
      • प्रोग्रामिंग: लैडर लॉजिक, फंक्शन ब्लॉक डायग्राम, SCADA मूल बातें।
      • अनुप्रयोग: कन्वेयर नियंत्रण, रोबोटिक स्वचालन, प्रक्रिया नियंत्रण।
    • रोबोटिक्स मूल बातें
      • प्रकार: औद्योगिक रोबोट, सहयोगी रोबोट (कोबोट), AGV।
      • घटक: जोड़, एंड इफेक्टर, विजन सिस्टम, कंट्रोलर।
      • रखरखाव: आर्म कैलिब्रेशन, सॉफ्टवेयर अपडेट, ड्राइव निरीक्षण।
    • सीएनसी मशीन एकीकरण
      • सिस्टम: सीएनसी लेथ, मिलिंग मशीन, कंट्रोल यूनिट (फैनुक, सीमेंस)।
      • रखरखाव: सर्वो, बॉल स्क्रू, स्पिंडल ड्राइव जाँचना।
      • प्रोग्रामिंग: मशीनिंग कार्यों के लिए G-कोड, M-कोड की मूल बातें।
    • औद्योगिक संचार सिस्टम
      • प्रोटोकॉल: Modbus, Profibus, Ethernet/IP, CAN बस।
      • उपकरण: मेकाट्रॉनिक्स में गेटवे, राउटर, HMI पैनल।
      • समस्या निवारण: नेटवर्क त्रुटियाँ, केबल दोष निदान।
    • मेकाट्रॉनिक्स में क्वालिटी कंट्रोल
      • मानक: स्वचालित सिस्टम में ISO 9001, सहनशीलता।
      • परीक्षण: सेंसर सटीकता, एक्ट्यूएटर प्रतिक्रिया, सिस्टम एकीकरण जाँच।
      • दस्तावेजीकरण: कैलिब्रेशन रिपोर्ट, प्रदर्शन लॉग।
    • ग्राहक संवाद
      • कौशल: सिस्टम दोष, डाउनटाइम अनुमान ग्राहकों को समझाना।
      • समन्वय: स्पेयर, सॉफ्टवेयर अपडेट के लिए वेंडरों के साथ कार्य।
      • दस्तावेजीकरण: सर्विस समझौते, वारंटी रिकॉर्ड तैयार करना।
  • सेमेस्टर 4
    • उन्नत स्वचालन सिस्टम
      • सिस्टम: IoT-सक्षम मशीनें, स्मार्ट कारखाने, साइबर-फिजिकल सिस्टम।
      • रखरखाव: क्लाउड डायग्नोस्टिक्स, फर्मवेयर अपडेट, डेटा एनालिटिक्स।
      • एकीकरण: स्वचालन के लिए PLC, रोबोट, और HMI लिंकिंग।
    • रोबोटिक्स रखरखाव
      • कार्य: विजन सिस्टम सर्विसिंग, मल्टी-एक्सिस रोबोट रीकैलिब्रेशन।
      • डायग्नोस्टिक्स: त्रुटि लॉग पढ़ना, AI-आधारित नियंत्रण समस्या निवारण।
      • मरम्मत: ड्राइव प्रतिस्थापन, रोबोटिक OS अपडेट।
    • कंडीशन मॉनिटरिंग
      • तकनीक: कंपन विश्लेषण, थर्मल इमेजिंग, IoT सेंसर।
      • उपकरण: डेटा लॉगर, भविष्यवाणी रखरखाव सॉफ्टवेयर, क्लाउड प्लेटफॉर्म।
      • विश्लेषण: विफलता रुझान, सक्रिय मरम्मत शेड्यूलिंग।
    • उद्यमिता और प्रबंधन
      • व्यवसाय: मेकाट्रॉनिक्स सेवा शुरू करना, घटक सोर्सिंग।
      • नियोजन: मरम्मत बजट, स्वचालन परियोजना प्रबंधन।
      • मार्केटिंग: सेवाओं का प्रचार, ग्राहक नेटवर्क निर्माण।
    • उद्योग रुझान
      • नवाचार: स्वचालन में AI, डिजिटल ट्विन, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग।
      • मानक: साइबरसुरक्षा के लिए ISO 27001, लीन स्वचालन सिद्धांत।
      • भविष्य: कोबोट, स्वायत्त रखरखाव, हरित स्वचालन।
    • पेशेवर नैतिकता
      • प्रथाएँ: मरम्मत में पारदर्शिता, गुणवत्ता आश्वासन।
      • जिम्मेदारियाँ: सिस्टम अपटाइम, ऑपरेटर सुरक्षा सुनिश्चित करना।
      • अनुपालन: डेटा गोपनीयता, पर्यावरण नियमों का पालन।

2. ट्रेड प्रैक्टिकल (हाथों से कौशल)

मेकाट्रॉनिक्स लैब और स्वचालन सेटअप में प्रायोगिक कार्यों पर केंद्रित।

  • सेमेस्टर 1
    • सुरक्षा अभ्यास
      • पीपीई उपयोग: लैब में ESD स्ट्रैप, चश्मा, दस्ताने पहनना।
      • प्रक्रियाएँ: लॉकआउट-टैगआउट लागू करना, लाइव सर्किट हैंडलिंग।
      • अभ्यास: ESD सुरक्षा, रासायनिक रिसाव प्रतिक्रिया, प्राथमिक चिकित्सा।
    • यांत्रिक संचालन
      • प्रदर्शन: मॉक सेटअप में गियर, शाफ्ट, बेयरिंग असेंबलिंग।
      • माप: कैलिपर, माइक्रोमीटर से सहनशीलता जाँचना।
      • रखरखाव: घटकों को स्नेहन, असेंबली सफाई।
    • विद्युत सर्किट कार्य
      • निर्माण: लैब सेटअप में बुनियादी AC/DC सर्किट वायरिंग।
      • परीक्षण: मल्टीमीटर से वोल्टेज, करंट मापना।
      • मरम्मत: फ्यूज, स्विच प्रतिस्थापन, कनेक्शन सोल्डरिंग।
    • इलेक्ट्रॉनिक्स अभ्यास
      • असेंबलिंग: PCB पर साधारण सर्किट (रेक्टिफायर, टाइमर) बनाना।
      • परीक्षण: ऑसिलोस्कोप, लॉजिक प्रोब से सिग्नल सत्यापन।
      • मरम्मत: खराब घटकों को डी-सोल्डरिंग, IC प्रतिस्थापन।
    • वर्कशॉप कार्य
      • प्रदर्शन: मेकाट्रॉनिक फिक्सचर के लिए ड्रिलिंग, टैपिंग, फाइलिंग।
      • असेंबलिंग: मॉक सिस्टम में मोटर, सेंसर माउंटिंग।
      • दस्तावेजीकरण: वायरिंग डायग्राम, पार्ट्स सूची तैयार करना।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • सर्किट निर्माण: मोटर नियंत्रण सर्किट असेंबलिंग, परीक्षण।
      • रिपोर्ट: डिज़ाइन, ठीक किए गए दोष, परिणाम दस्तावेजीकरण।
  • सेमेस्टर 2
    • हाइड्रोलिक/न्यूमेटिक रखरखाव
      • सर्विसिंग: मॉक सिस्टम में वाल्व, एक्ट्यूएटर निरीक्षण।
      • मरम्मत: लैब में सील प्रतिस्थापन, द्रव टॉपिंग।
      • परीक्षण: स्वचालन सेटअप में दबाव, प्रवाह सत्यापन।
    • डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स अभ्यास
      • निर्माण: लॉजिक गेट सर्किट, माइक्रोकंट्रोलर बोर्ड असेंबलिंग।
      • प्रोग्रामिंग: सेंसर-एक्ट्यूएटर नियंत्रण के लिए Arduino कोडिंग।
      • परीक्षण: लॉजिक त्रुटियाँ डिबगिंग, आउटपुट सत्यापन।
    • सेंसर और एक्ट्यूएटर कार्य
      • स्थापना: मॉक सेटअप में प्रॉक्सिमिटी, तापमान सेंसर वायरिंग।
      • कैलिब्रेशन: लैब में सर्वो मोटर, लीनियर एक्ट्यूएटर ट्यूनिंग।
      • परीक्षण: सेंसर सटीकता, एक्ट्यूएटर प्रतिक्रिया सत्यापन।
    • नियंत्रण सिस्टम अभ्यास
      • सेटअप: मोटर गति के लिए PID कंट्रोलर कॉन्फ़िगर करना।
      • प्रोग्रामिंग: लैब में बुनियादी PLC लैडर लॉजिक लिखना।
      • परीक्षण: मॉक स्वचालन में स्थिर फीडबैक सुनिश्चित करना।
    • निवारक रखरखाव
      • प्रदर्शन: मॉक मेकाट्रॉनिक सिस्टम की सफाई, स्नेहन।
      • निरीक्षण: लैब में वायरिंग, सेंसर संरेखण जाँचना।
      • लॉगिंग: रखरखाव अनुसूची, दोष रिपोर्ट तैयार करना।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • कन्वेयर स्वचालन: सेंसर, मोटर एकीकरण, परीक्षण।
      • पोर्टफोलियो: लॉग, फोटो, सिस्टम प्रदर्शन प्रस्तुति।
  • सेमेस्टर 3
    • PLC प्रोग्रामिंग और रखरखाव
      • प्रोग्रामिंग: मॉक कन्वेयर नियंत्रण के लिए लैडर लॉजिक लिखना।
      • सर्विसिंग: PLC सेटअप में I/O मॉड्यूल, वायरिंग निरीक्षण।
      • परीक्षण: PLC प्रोग्राम डिबगिंग, आउटपुट सत्यापन।
    • रोबोटिक्स अभ्यास
      • असेंबलिंग: लैब सेटअप में रोबोटिक आर्म सेट करना।
      • कैलिब्रेशन: जोड़ गति, एंड इफेक्टर प्रोग्रामिंग।
      • मरम्मत: मोटर प्रतिस्थापन, विजन सिस्टम दोष ठीक करना।
    • सीएनसी मशीन कार्य
      • सर्विसिंग: मॉक सीएनसी सेटअप में सर्वो, स्पिंडल निरीक्षण।
      • प्रोग्रामिंग: मशीनिंग कार्यों के लिए बुनियादी G-कोड लिखना।
      • परीक्षण: अक्ष सटीकता, टूल पथ सत्यापन।
    • संचार सिस्टम अभ्यास
      • सेटअप: लैब में Modbus, Ethernet नेटवर्क कॉन्फ़िगर करना।
      • समस्या निवारण: केबल दोष, HMI त्रुटियाँ निदान।
      • परीक्षण: PLC, HMI के बीच डेटा हस्तांतरण सुनिश्चित करना।
    • क्वालिटी कंट्रोल अभ्यास
      • परीक्षण: लैब में सेंसर सटीकता, सिस्टम एकीकरण जाँचना।
      • माप: प्रदर्शन जाँच के लिए डायग्नोस्टिक उपकरण उपयोग।
      • दस्तावेजीकरण: कैलिब्रेशन लॉग, परीक्षण रिपोर्ट तैयार करना।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • रोबोटिक आर्म निर्माण: प्रोग्रामिंग, सेंसर एकीकरण, परीक्षण।
      • पोर्टफोलियो: डिज़ाइन, मरम्मत लॉग, प्रदर्शन डेटा प्रस्तुति।
  • सेमेस्टर 4
    • उन्नत स्वचालन अभ्यास
      • सेटअप: लैब में IoT सेंसर, क्लाउड डैशबोर्ड एकीकरण।
      • सर्विसिंग: फर्मवेयर अपडेट, नेटवर्क समस्या निवारण।
      • परीक्षण: रीयल-टाइम डेटा, सिस्टम एकीकरण सत्यापन।
    • रोबोटिक्स रखरखाव
      • सर्विसिंग: लैब में विजन सिस्टम, मल्टी-एक्सिस रोबोट निरीक्षण।
      • मरम्मत: ड्राइव प्रतिस्थापन, AI नियंत्रण रीकैलिब्रेशन।
      • परीक्षण: मॉक सेटअप में सटीकता, कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना।
    • कंडीशन मॉनिटरिंग अभ्यास
      • मॉनिटरिंग: मॉक सिस्टम पर कंपन सेंसर, थर्मल कैमरा उपयोग।
      • विश्लेषण: लैब में विफलता डेटा रुझान, दोष भविष्यवाणी।
      • रिपोर्टिंग: रखरखाव पूर्वानुमान, लॉग तैयार करना।
    • उद्यमिता अभ्यास
      • अनुकरण: मॉक मेकाट्रॉनिक्स सेवा चलाना, पुर्जे सोर्सिंग।
      • नियोजन: स्वचालन परियोजना बजट, इन्वेंट्री प्रबंधन।
      • मार्केटिंग: मॉक सर्विस विज्ञापन, ग्राहक प्रस्ताव बनाना।
    • सुरक्षा और अनुपालन
      • निरीक्षण: मॉक सेटअप में ESD, ग्राउंडिंग जाँचना।
      • ऑडिटिंग: मॉक साइबरसुरक्षा, सुरक्षा ऑडिट करना।
      • परीक्षण: सिस्टम का ISO, IEC मानकों के साथ अनुपालन सुनिश्चित करना।
    • प्रोजेक्ट कार्य
      • प्रक्रिया स्वचालन: PLC, रोबोट, IoT एकीकरण, परीक्षण।
      • पोर्टफोलियो: लॉग, फोटो, सिस्टम दक्षता डेटा प्रस्तुति।

3. वर्कशॉप कैलकुलेशन और विज्ञान

मेकाट्रॉनिक्स के लिए प्रासंगिक अवधारणाओं का समर्थन करता है।

  • सेमेस्टर 1: अंकगणित (सर्किट, सहनशीलता), भौतिकी (यांत्रिकी, बिजली)।
  • सेमेस्टर 2: बीजगणित (नियंत्रण समीकरण), इलेक्ट्रॉनिक्स (सिग्नल प्रोसेसिंग)।
  • सेमेस्टर 3: ज्यामिति (रोबोट गतिशास्त्र), थर्मोडायनामिक्स (सिस्टम में ऊष्मा)।
  • सेमेस्टर 4: सांख्यिकी (विफलता विश्लेषण), अनुप्रयुक्त भौतिकी (सेंसर, ऑप्टिक्स)।

4. इंजीनियरिंग ड्राइंग

मेकाट्रॉनिक सिस्टम के लिए तकनीकी ड्राफ्टिंग पर केंद्रित।

  • सेमेस्टर 1: यांत्रिक पुर्जे, सर्किट डायग्राम, ऑर्थोग्राफिक दृश्य स्केचिंग।
  • सेमेस्टर 2: हाइड्रोलिक सर्किट, PCB लेआउट, सेंसर सेटअप ड्राइंग।
  • सेमेस्टर 3: PLC वायरिंग, रोबोटिक आर्म असेंबली, सीएनसी योजनाएँ डिज़ाइन।
  • सेमेस्टर 4: स्वचालन सिस्टम, IoT आर्किटेक्चर के लिए ब्लूप्रिंट बनाना।

5. एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स

नौकरी की तैयारी और सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ाता है।

  • सेमेस्टर 1: संचार (दोष रिपोर्टिंग), समय प्रबंधन, बुनियादी आईटी (CAD, कोडिंग)।
  • सेमेस्टर 2: टीमवर्क (इंजीनियरों के साथ), समस्या समाधान (सिस्टम दोष)।
  • सेमेस्टर 3: नेतृत्व (परियोजना निगरानी), बातचीत (वेंडर डील), उन्नत आईटी (PLC, IoT)।
  • सेमेस्टर 4: उद्यमिता (स्वचालन व्यवसाय), ग्राहक प्रबंधन, रुझान (AI, कोबोट)।

मूल्यांकन और प्रमाणन

  • परीक्षाएँ: सेमेस्टर-वार (सिद्धांत + प्रायोगिक)।
  • प्रमाणपत्र: एनसीवीटी से नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी), राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त।
  • मूल्यांकन: सिस्टम एकीकरण, मरम्मत सटीकता, स्वचालन दक्षता, और प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर।

करियर अवसर

  • रोजगार: विनिर्माण, ऑटोमोटिव, या एयरोस्पेस उद्योगों में मेकाट्रॉनिक्स तकनीशियन, स्वचालन इंजीनियर, रखरखाव विशेषज्ञ।
  • स्व-रोजगार: मेकाट्रॉनिक्स या स्वचालन सेवा व्यवसाय शुरू करना।
  • आगे की पढ़ाई: मेकाट्रॉनिक्स डिप्लोमा, रोबोटिक्स में प्रमाणन, या औद्योगिक IoT।

नोट

  • यह पाठ्यक्रम एनसीवीटी दिशानिर्देशों के साथ संरेखित है और संस्थागत या राज्य-विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकता है।
  • नवीनतम संस्करण के लिए, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीटी) या स्थानीय आईटीआई से संपर्क करें।