Mechanic Lens/Prism Grinding

ITI Mechanic Lens/Prism Grinding Syllabus (Hindi)

कोर्स अवलोकन

  • ट्रेड नाम: मैकेनिक लेंस/प्रिज्म ग्राइंडिंग
  • अवधि: 1 वर्ष (2 सेमेस्टर)
  • एनएसक्यूएफ स्तर: स्तर 4
  • योग्यता: 10वीं पास (विज्ञान और गणित के साथ)
  • उद्देश्य: ऑप्टिकल उपकरणों के लिए लेंस और प्रिज्म की सटीक ग्राइंडिंग, पॉलिशिंग, और आकार देने में प्रशिक्षण देना, ताकि उम्मीदवार ऑप्टिकल विनिर्माण, चश्मा उद्योग, या वैज्ञानिक उपकरण उत्पादन में लेंस ग्राइंडर, ऑप्टिकल तकनीशियन, या गुणवत्ता निरीक्षक की भूमिकाओं, या लेंस/प्रिज्म निर्माण सेवाओं में स्व-रोजगार के लिए तैयार हों।
  • प्रमाणन: एनसीवीटी द्वारा नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी), विश्व स्तर पर मान्य।

विस्तृत पाठ्यक्रम

सेमेस्टर 1

ट्रेड थ्योरी

  • ऑप्टिक्स परिचय: प्रकाश, अपवर्तन, परावर्तन की मूल बातें; ऑप्टिकल प्रणालियों में लेंस/प्रिज्म की भूमिका।
  • सुरक्षा अभ्यास: कार्यशाला सुरक्षा, PPE (चश्मे, दस्ताने, धूल मास्क), कांच प्रबंधन, रासायनिक सुरक्षा, प्राथमिक चिकित्सा।
  • वर्कशॉप उपकरण: वर्नियर कैलिपर, माइक्रोमीटर, लेंस गेज, फाइल, छेनी; उपयोग और रखरखाव।
  • ऑप्टिकल सामग्री: कांच के प्रकार (क्राउन, फ्लिंट), गुण, भंगुर सामग्री प्रबंधन।
  • ग्राइंडिंग मूल बातें: ग्राइंडिंग मशीनें, अपघर्षक (डायमंड, कार्बोरंडम), दाना आकार, व्हील चयन।
  • लेंस प्रकार: उत्तल, अवतल, बेलनाकार, प्रिज्मेटिक लेंस; चश्मे, दूरबीन, सूक्ष्मदर्शी में अनुप्रयोग।
  • इंजीनियरिंग ड्राइंग: लेंस/प्रिज्म ब्लूप्रिंट, वक्रता डायग्राम, सहनशीलता विनिर्देश पढ़ना।

ट्रेड प्रैक्टिकल

  • सुरक्षा अभ्यास: PPE उपयोग, कांच सुरक्षित प्रबंधन, धूल नियंत्रण, आपातकालीन प्रक्रियाएँ।
  • उपकरण प्रबंधन: वर्नियर कैलिपर/माइक्रोमीटर से माप, कांच किनारों की फाइलिंग, ग्राइंडिंग उपकरण सेटअप।
  • मूल ग्राइंडिंग: सपाट कांच सतह ग्राइंडिंग, सटीकता प्राप्त करना (±0.25mm), मोटे अपघर्षक उपयोग।
  • लेंस कटिंग: फॉर्मेट कटिंग मशीनों से लेंस ब्लैंक काटना, वक्रता के लिए चिह्नन।
  • सतह तैयारी: ग्राउंड सतह चिकनी करना, खरोंच या गड्ढों की जाँच।
  • माप अभ्यास: लेंस गेज से मोटाई, वक्रता माप, सहनशीलता सत्यापन।
  • प्रोजेक्ट कार्य: निर्दिष्ट फिनिश और सटीकता के लिए सपाट कांच दर्पण ग्राइंडिंग।

घंटे: थ्योरी: 160 घंटे | प्रैक्टिकल: 240 घंटे


सेमेस्टर 2

ट्रेड थ्योरी

  • उन्नत ग्राइंडिंग: वक्रता निर्माण, गोलाकार/अगोलाकार लेंस ग्राइंडिंग, प्रिज्म कोण सटीकता।
  • पॉलिशिंग तकनीकें: पॉलिशिंग यौगिक (सेरियम ऑक्साइड), हस्त पॉलिशिंग, मशीन पॉलिशिंग।
  • ऑप्टिकल उपकरण: दूरबीन, सूक्ष्मदर्शी, दूरबीन, पेरिस्कोप में लेंस उपयोग; ऑप्टिकल विपथन।
  • कोटिंग प्रक्रियाएँ: विरोधी परावर्तक कोटिंग, लेंस सीमेंटिंग, फ्यूजन तकनीकें।
  • गुणवत्ता नियंत्रण: सतह गुणवत्ता मानक, इंटरफेरोमेट्री, लेंसोमीटर उपयोग, ISO सहनशीलता।
  • रखरखाव: ग्राइंडिंग/पॉलिशिंग मशीनों की सर्विसिंग, स्पिंडल संरेखण, अपघर्षक प्रतिस्थापन।
  • उद्यमिता: लेंस ग्राइंडिंग कार्यशाला शुरू करना, लागत, ऑप्टिक्स में बाजार रुझान।

ट्रेड प्रैक्टिकल

  • वक्र ग्राइंडिंग: उत्तल/अवतल लेंस ग्राइंडिंग, वक्रता बनाए रखना (±0.1mm)।
  • प्रिज्म ग्राइंडिंग: प्रिज्म को सटीक कोणों में आकार देना, सपाटता और स्पष्टता सुनिश्चित करना।
  • पॉलिशिंग कार्य: सेरियम ऑक्साइड स्लरी से लेंस/प्रिज्म को ऑप्टिकल स्पष्टता तक पॉलिश करना।
  • कोटिंग अनुप्रयोग: विरोधी परावर्तक कोटिंग लागू करना, लेंस जोड़ सीमेंटिंग, आसंजन परीक्षण।
  • उपकरण कार्य: लेंस को फ्रेम में असेंबल करना, फोकल लंबाई के लिए लेंसोमीटर से परीक्षण।
  • गुणवत्ता निरीक्षण: इंटरफेरोमीटर से सतह गुणवत्ता माप, दोष दस्तावेजीकरण।
  • प्रोजेक्ट कार्य: ग्राइंडिंग, पॉलिशिंग, और कोटिंग के साथ चश्मा लेंस या प्रिज्म उत्पादन।

घंटे: थ्योरी: 160 घंटे | प्रैक्टिकल: 240 घंटे


अतिरिक्त घटक
  • वर्कशॉप गणना और विज्ञान
    • गणना: लेंस फोकल लंबाई, वक्रता त्रिज्या, अपघर्षक खपत, पॉलिशिंग समय।
    • विज्ञान: ऑप्टिक्स (स्नेल का नियम, अपवर्तन सूचकांक), सामग्री तनाव, ग्राइंडिंग में थर्मल प्रभाव।
    • घंटे: 80 घंटे/वर्ष
  • इंजीनियरिंग ड्राइंग
    • ड्राइंग: लेंस/प्रिज्म क्रॉस-सेक्शन, ऑप्टिकल सिस्टम लेआउट, कोटिंग डायग्राम।
    • घंटे: 80 घंटे/वर्ष
  • रोजगार कौशल
    • संचार: तकनीकी रिपोर्टिंग, ग्राहक बातचीत, टीमवर्क।
    • आईटी साक्षरता: लेंस डिजाइन सॉफ्टवेयर, ऑनलाइन ऑप्टिकल संसाधन, गुणवत्ता नियंत्रण उपकरण।
    • सॉफ्ट स्किल्स: समय प्रबंधन, रिज्यूमे लेखन, साक्षात्कार तैयारी।
    • घंटे: 60 घंटे/वर्ष

मूल्यांकन और प्रमाणन

  • परीक्षा:
    • थ्योरी: प्रति सेमेस्टर लिखित परीक्षा (MCQ, वर्णनात्मक प्रश्न)।
    • प्रैक्टिकल: लेंस ग्राइंडिंग, प्रिज्म आकार देना, पॉलिशिंग, गुणवत्ता जाँच जैसे कार्य।
  • मूल्यांकन मानदंड: ग्राइंडिंग सटीकता, सतह गुणवत्ता, सुरक्षा पालन, ऑप्टिकल प्रदर्शन।
  • प्रमाणन: दोनों सेमेस्टर पास करने पर एनसीवीटी नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी), विश्व स्तर पर मान्य।

करियर अवसर

  • रोजगार: ऑप्टिकल विनिर्माण, चश्मा उत्पादन, या वैज्ञानिक उपकरण उद्योगों में लेंस ग्राइंडर, ऑप्टिकल तकनीशियन, गुणवत्ता निरीक्षक।
  • स्व-रोजगार: लेंस/प्रिज्म ग्राइंडिंग कार्यशाला, ऑप्टिकल मरम्मत सेवाएँ, ऑप्टिकल फर्मों के लिए सलाहकार।
  • आगे पढ़ाई: ऑप्टिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा, प्रेसिजन ऑप्टिक्स या मेट्रोलॉजी में प्रमाणन।

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