Radiology Technician

आईटीआई रेडियोलॉजी टेक्नीशियन पाठ्यक्रम (हिंदी)

रेडियोलॉजी टेक्नीशियन आईटीआई ट्रेड एक वर्षीय गैर-इंजीनियरिंग कोर्स है, जो एनसीवीटी द्वारा क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) के तहत संचालित होता है। यह एक्स-रे और इमेजिंग उपकरण संचालित करने, रोगी सुरक्षा सुनिश्चित करने, और रेडियोलॉजिस्ट की सहायता में प्रशिक्षण देता है, जो अस्पतालों, क्लीनिकों, या डायग्नोस्टिक केंद्रों में रेडियोलॉजी टेक्नीशियन, इमेजिंग सहायक, या डायग्नोस्टिक सहायता की भूमिकाओं, या स्व-रोजगार के लिए तैयार करता है।

कोर्स का अवलोकन

  • अवधि: 1 वर्ष (2 सेमेस्टर)
  • एनएसक्यूएफ स्तर: स्तर 4
  • योग्यता: विज्ञान के साथ 10वीं पास
  • उद्देश्य: डायग्नोस्टिक स्वास्थ्य सेवा के लिए रेडियोग्राफिक इमेजिंग, उपकरण प्रबंधन, और रोगी देखभाल में कौशल प्रदान करना।

पाठ्यक्रम विभाजन (हिंदी)

  • सेमेस्टर 1
    • ट्रेड थ्योरी:
      • रेडियोलॉजी परिचय: इतिहास, टेक्नीशियन की भूमिका, इमेजिंग प्रकार (एक्स-रे, CT)।
      • शारीर रचना और शरीर विज्ञान: कंकाल, श्वसन, हृदय प्रणाली।
      • रेडिएशन भौतिकी: एक्स-रे उत्पादन, रेडिएशन गुण, इकाइयाँ।
      • उपकरण मूल बातें: एक्स-रे मशीन, कैसेट, इंटेंसिफाइंग स्क्रीन।
      • रोगी देखभाल: पोजिशनिंग, संचार, संक्रमण नियंत्रण।
      • सुरक्षा: रेडिएशन संरक्षण, शील्डिंग, PPE, ALARA सिद्धांत।
    • ट्रेड प्रैक्टिकल:
      • उपकरण प्रबंधन: लैब में एक्स-रे मशीन संचालन, सेटिंग समायोजन।
      • पोजिशनिंग: मानक रेडियोग्राफिक पोजीशन (जैसे, छाती, अंग) अभ्यास।
      • फिल्म प्रोसेसिंग: एक्स-रे फिल्म डेवलप करना, डार्करूम रसायन उपयोग।
      • सुरक्षा अभ्यास: लेड एप्रन, डोसिमीटर उपयोग, रेडिएशन प्रोटोकॉल।
      • प्रोजेक्ट: उचित पोजिशनिंग के साथ नकली एक्स-रे छवि बनाना।
  • सेमेस्टर 2
    • ट्रेड थ्योरी:
      • उन्नत इमेजिंग: CT, MRI, फ्लोरोस्कोपी मूल बातें, कंट्रास्ट मीडिया।
      • रेडियोग्राफिक तकनीकें: विशेष प्रक्रियाएँ (जैसे, बेरियम अध्ययन)।
      • गुणवत्ता नियंत्रण: छवि मूल्यांकन, आर्टिफैक्ट पहचान।
      • रोगी प्रबंधन: आपात स्थिति, बाल/वृद्ध देखभाल।
      • आईटी उपकरण: PACS, डिजिटल इमेजिंग सॉफ्टवेयर, रिकॉर्ड-कीपिंग।
      • उद्यमिता: डायग्नोस्टिक सेवा शुरू करना, अनुपालन आवश्यकताएँ।
    • ट्रेड प्रैक्टिकल:
      • उन्नत तकनीकें: कंट्रास्ट अध्ययन, CT पोजिशनिंग अनुकरण।
      • छवि प्रोसेसिंग: डिजिटल रेडियोग्राफी उपयोग, छवि त्रुटि सुधार।
      • आपात प्रोटोकॉल: रोगी प्रतिक्रियाओं का प्रबंधन, क्रैश कार्ट उपयोग।
      • क्लिनिकल अनुभव: रेडियोलॉजी विभागों में सहायता (2-4 सप्ताह)।
      • प्रोजेक्ट: छवियों और विश्लेषण के साथ डायग्नोस्टिक रिपोर्ट तैयार करना।
  • अन्य घटक:
    • वर्कशॉप गणना: रेडिएशन खुराक, एक्सपोजर गणना।
    • विज्ञान: रेडिएशन भौतिकी, कंट्रास्ट एजेंट रसायन।
    • रोजगार कौशल: संचार, टीमवर्क, आईटी साक्षरता।

मूल्यांकन और प्रमाणन

  • परीक्षा: सेमेस्टर-वार (सिद्धांत + प्रायोगिक)।
  • प्रमाणपत्र: एनसीवीटी नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी)।
  • मूल्यांकन: इमेजिंग सटीकता, रोगी प्रबंधन, सुरक्षा पालन।

करियर अवसर

  • नौकरी: अस्पतालों, डायग्नोस्टिक केंद्रों, क्लीनिकों में रेडियोलॉजी टेक्नीशियन, इमेजिंग सहायक।
  • स्व-रोजगार: मोबाइल एक्स-रे सेवाएँ, परामर्श।
  • आगे पढ़ाई: रेडियोलॉजी डिप्लोमा, उन्नत इमेजिंग प्रमाणपत्र।