Tool & Die Maker (Press Tools, Jigs & Fixtures)

ITI Tool & Die Maker (Press Tools, Jigs & Fixtures) Syllabus (Hindi)

कोर्स अवलोकन

  • ट्रेड नाम: टूल एंड डाई मेकर (प्रेस टूल्स, जिग्स एंड फिक्सचर्स)
  • अवधि: 2 वर्ष (4 सेमेस्टर)
  • एनएसक्यूएफ स्तर: स्तर 5
  • योग्यता: गणित और विज्ञान के साथ 10वीं पास
  • उद्देश्य: प्रेस टूल्स, जिग्स, और फिक्सचर्स के डिजाइन, निर्माण, और रखरखाव में प्रशिक्षण देना, ताकि उम्मीदवार विनिर्माण उद्योगों में टूल एंड डाई मेकर, प्रेस टूल सेटर, या जिग/फिक्सचर फैब्रिकेटर की भूमिकाओं, या टूल-मेकिंग कार्यशालाओं में स्व-रोजगार के लिए तैयार हों।
  • प्रमाणन: एनसीवीटी द्वारा नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी)

विस्तृत पाठ्यक्रम

सेमेस्टर 1

ट्रेड थ्योरी

  • टूल एंड डाई मेकिंग परिचय: विनिर्माण में प्रेस टूल्स, जिग्स, और फिक्सचर्स की भूमिका; उद्योग अनुप्रयोग (ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस)।
  • इंजीनियरिंग सामग्री: स्टील, कच्चा लोहा, गैर-लौह धातुओं के गुण; ताप उपचार प्रक्रियाएँ (एनीलिंग, हार्डनिंग)।
  • माप यंत्र: वर्नियर कैलिपर, माइक्रोमीटर, डायल इंडिकेटर, गेज ब्लॉक; कैलिब्रेशन तकनीकें।
  • हाथ उपकरण: फाइल, हैकसॉ, छेनी, हथौड़ा; उचित उपयोग और रखरखाव।
  • सुरक्षा अभ्यास: कार्यशाला खतरे, PPE (दस्ताने, चश्मा), मशीन गार्डिंग, अग्नि सुरक्षा।
  • मूल मशीनिंग: टर्निंग, ड्रिलिंग, ग्राइंडिंग के सिद्धांत; लेथ और ड्रिलिंग मशीन घटक।
  • वर्कशॉप संगठन: उपकरण भंडारण, 5S पद्धति, कार्यप्रवाह योजना।

ट्रेड प्रैक्टिकल

  • माप अभ्यास: वर्नियर कैलिपर, माइक्रोमीटर, और हाइट गेज से सटीक माप।
  • हाथ उपकरण कौशल: फाइलिंग, सॉइंग, चिपिंग, स्क्रैपिंग; सपाट सतह प्राप्त करना।
  • बेंच कार्य: धातु वर्कपीस पर मार्किंग, पंचिंग, और लेआउट तैयारी।
  • लेथ संचालन: प्लेन टर्निंग, स्टेप टर्निंग, फेसिंग, ड्रिलिंग; वर्कपीस सेट करना।
  • सुरक्षा अभ्यास: PPE उपयोग, मशीन अलगाव, आपातकालीन प्रतिक्रिया अभ्यास।
  • ग्राइंडिंग: पेडेस्टल ग्राइंडर से उपकरण तेज करना; कोण जाँच।
  • प्रोजेक्ट कार्य: लेथ और हाथ उपकरणों से साधारण घटक (जैसे, वॉशर) बनाना।

घंटे: थ्योरी: 160 घंटे | प्रैक्टिकल: 240 घंटे


सेमेस्टर 2

ट्रेड थ्योरी

  • लेथ संचालन: टेपर टर्निंग, थ्रेड कटिंग (मेट्रिक, व्हिटवर्थ), नूरलिंग; गियर ट्रेन गणना।
  • मिलिंग मशीनें: प्रकार (क्षैतिज, ऊर्ध्वाधर), कटर, इंडेक्सिंग विधियाँ, डिवाइडिंग हेड।
  • प्रेस टूल्स मूल बातें: प्रकार (ब्लैंकिंग, पियर्सिंग, बेंडिंग), घटक (पंच, डाई, स्ट्रिपर)।
  • जिग्स और फिक्सचर्स: परिभाषाएँ, प्रकार (ड्रिल जिग्स, मिलिंग फिक्सचर्स), डिजाइन सिद्धांत।
  • फास्टनर और फिट्स: बोल्ट, नट, स्क्रू; फिट्स के प्रकार (क्लीयरेंस, इंटरफेरेंस)।
  • मेट्रोलॉजी: सतह फिनिश, सहनशीलता, लिमिट गेज, निरीक्षण तकनीकें।
  • ताप उपचार: टेम्परिंग, क्वेंचिंग, केस हार्डनिंग; टूल जीवन पर प्रभाव।

ट्रेड प्रैक्टिकल

  • उन्नत लेथ कार्य: टेपर टर्निंग (आंतरिक/बाहरी), थ्रेड कटिंग, एक्सेंट्रिक टर्निंग।
  • मिलिंग संचालन: स्लैब मिलिंग, स्लॉट कटिंग, कीवे मिलिंग; डिवाइडिंग हेड उपयोग।
  • प्रेस टूल घटक: पंच और डाई ब्लैंक्स को फाइलिंग और ग्राइंडिंग द्वारा आकार देना।
  • जिग असेंबली: साधारण ड्रिल जिग असेंबल करना; बुशिंग संरेखण।
  • निरीक्षण: प्लग गेज, स्लिप गेज से सहनशीलता माप; सतह प्लेट कार्य।
  • ताप उपचार: छोटे टूल स्टील घटकों का हार्डनिंग और टेम्परिंग।
  • प्रोजेक्ट कार्य: पंच और डाई सेट के साथ साधारण ब्लैंकिंग डाई निर्माण।

घंटे: थ्योरी: 160 घंटे | प्रैक्टिकल: 240 घंटे


सेमेस्टर 3

ट्रेड थ्योरी

  • उन्नत प्रेस टूल्स: प्रोग्रेसिव और कंपाउंड डाई, क्लीयरेंस गणना, स्ट्रिप लेआउट।
  • जिग्स और फिक्सचर्स डिजाइन: लोकेटिंग, क्लैंपिंग, गाइडिंग तत्व; मॉड्यूलर फिक्सचरिंग।
  • सीएनसी मशीनिंग: सीएनसी लेथ और मिलिंग की मूल बातें, G-कोड, M-कोड, टूल ऑफसेट।
  • ईडीएम और वायर ईडीएम: सिद्धांत, डाई मेकिंग में अनुप्रयोग, इलेक्ट्रोड सामग्री।
  • हाइड्रोलिक्स और न्यूमैटिक्स: मूल सर्किट, एक्ट्यूएटर, वाल्व टूल ऑटोमेशन में।
  • टूल रखरखाव: घिसाव विश्लेषण, पंच रीग्राइंडिंग, डाई शार्पनिंग।
  • गुणवत्ता नियंत्रण: सांख्यिकीय प्रक्रिया नियंत्रण, दोष विश्लेषण, ISO मानक।

ट्रेड प्रैक्टिकल

  • सीएनसी संचालन: टूल घटकों के लिए सीएनसी लेथ/मिलिंग सेटिंग और प्रोग्रामिंग।
  • ईडीएम अभ्यास: स्पार्क इरोजन से डाई कैविटी मशीनिंग; कॉपर इलेक्ट्रोड तैयारी।
  • प्रोग्रेसिव डाई: प्रोग्रेसिव डाई के लिए घटक (जैसे, स्ट्रिपर प्लेट) निर्माण।
  • जिग/फिक्सचर फैब्रिकेशन: क्लैंप और लोकेटर के साथ मिलिंग फिक्सचर बनाना।
  • हाइड्रोलिक/न्यूमैटिक सर्किट: प्रेस टूल ऑटोमेशन के लिए मूल सर्किट असेंबल करना।
  • निरीक्षण: गेज से डाई संरेखण, पंच क्लीयरेंस जाँच।
  • प्रोजेक्ट कार्य: साधारण घटक के लिए प्रोग्रेसिव डाई निर्माण और परीक्षण।

घंटे: थ्योरी: 160 घंटे | प्रैक्टिकल: 240 घंटे


सेमेस्टर 4

ट्रेड थ्योरी

  • जटिल टूलिंग: ड्रॉ डाई, फॉर्मिंग डाई, कॉम्बिनेशन टूल्स; सामग्री चयन।
  • टूलिंग में ऑटोमेशन: प्रेस टूल सिस्टम में सेंसर, PLC, और रोबोटिक्स की भूमिका।
  • टूल मरम्मत: डाई ओवरहॉलिंग, क्रैक वेल्डिंग, जिग्स/फिक्सचर्स रीकंडिशनिंग।
  • उत्पादन प्रबंधन: टूल ट्रायआउट, साइकिल समय अनुकूलन, लीन विनिर्माण।
  • उद्यमिता: टूल-मेकिंग कार्यशाला शुरू करना, लागत निर्धारण, बाजार विश्लेषण।
  • उद्योग रुझान: इंडस्ट्री 4.0, टूलिंग में एडिटिव विनिर्माण, स्मार्ट फैक्ट्रियाँ।
  • पर्यावरणीय सुरक्षा: कचरा निपटान, कूलेंट रीसाइक्लिंग, उत्सर्जन नियम।

ट्रेड प्रैक्टिकल

  • जटिल डाई मेकिंग: फॉर्मिंग डाई या ड्रॉ डाई निर्माण; सटीकता परीक्षण।
  • टूल मरम्मत: घिसे पंच, डाई की वेल्डिंग और रीग्राइंडिंग; फिक्सचर्स बहाली।
  • ऑटोमेशन कौशल: प्रेस टूल सेटअप में सेंसर एकीकरण; मूल PLC प्रोग्रामिंग।
  • औद्योगिक अनुभव: टूल रूम या विनिर्माण इकाइयों में हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण (4-6 सप्ताह)।
  • उत्पादन ट्रायल: टूल ट्रायआउट करना, क्लीयरेंस समायोजन, आउटपुट अनुकूलन।
  • गुणवत्ता आश्वासन: तैयार टूल्स में दोष, आयामी सटीकता जाँच।
  • प्रोजेक्ट कार्य: कंपाउंड डाई या मिलिंग फिक्सचर डिजाइन और निर्माण, पूर्ण परीक्षण के साथ।

घंटे: थ्योरी: 160 घंटे | प्रैक्टिकल: 240 घंटे


अतिरिक्त घटक
  • वर्कशॉप गणना और विज्ञान
    • गणना: गियर अनुपात, कटिंग गति, डाई क्लीयरेंस, स्ट्रिप लेआउट अनुकूलन।
    • विज्ञान: मैकेनिक्स (तनाव, तनाव), धातु विज्ञान, हाइड्रोलिक्स में द्रव गतिशीलता।
    • घंटे: 80 घंटे/वर्ष
  • इंजीनियरिंग ड्राइंग
    • प्रेस टूल्स, जिग्स, फिक्सचर्स के ब्लूप्रिंट पढ़ना और बनाना; सेक्शनल दृश्य, सहनशीलता।
    • घंटे: 80 घंटे/वर्ष
  • रोजगार कौशल
    • संचार, टीमवर्क, समय प्रबंधन, रिज्यूमे लेखन, साक्षात्कार तैयारी।
    • आईटी साक्षरता: टूल डिजाइन दस्तावेजीकरण के लिए CAD सॉफ्टवेयर, ERP टूल उपयोग।
    • घंटे: 60 घंटे/वर्ष

मूल्यांकन और प्रमाणन

  • परीक्षा:
    • थ्योरी: प्रति सेमेस्टर लिखित परीक्षा (MCQ, वर्णनात्मक)।
    • प्रैक्टिकल: डाई फैब्रिकेशन, जिग असेंबली, सीएनसी प्रोग्रामिंग जैसे कार्य।
  • मूल्यांकन मानदंड: टूल सटीकता, मशीनिंग प्रेसिजन, सुरक्षा पालन, प्रोजेक्ट गुणवत्ता।
  • प्रमाणन: सभी सेमेस्टर पास करने पर एनसीवीटी नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी)।

करियर अवसर

  • रोजगार: ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, या विनिर्माण उद्योगों में टूल एंड डाई मेकर, प्रेस टूल सेटर, जिग/फिक्सचर फैब्रिकेटर।
  • स्व-रोजगार: टूल-मेकिंग कार्यशालाएँ, डाई और जिग्स का अनुबंध विनिर्माण।
  • आगे पढ़ाई: मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा, टूल एंड डाई मेकिंग में CITS, CAD/CAM प्रमाणन।

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